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मध्यप्रदेश कोरोना संक्रमण का बढ़ा प्रकोप भोपाल में 92 मरीज, इंदौर में मिले 319 पाजिटिव

कोरोना संक्रमण के एक बार फिर तेजी से पांव पसारने की मुख्य वजह लोगों की लापरवाही है। सरकार ने रात 11 से सुबह 6 बजे तक का कर्फ्यू जरूर लगाया है लेकिन दिन में पूरी छूट के चलते लोग सुरक्षा को भी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।

By Priti JhaEdited By: Published: Wed, 05 Jan 2022 11:51 AM (IST)Updated: Wed, 05 Jan 2022 11:51 AM (IST)
मध्यप्रदेश कोरोना संक्रमण का बढ़ा प्रकोप भोपाल में 92 मरीज, इंदौर में मिले 319 पाजिटिव
मध्यप्रदेश कोरोना संक्रमण का बढ़ा प्रकोप भोपाल में 92 मरीज, इंदौर में मिले 319 पाजिटिव

भोपाल, जेएनएन । मध्यप्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर ने दस्‍तक दे दी है। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। भोपाल में मंगलवार को कोरोना के 92 नए मरीज मिले। इससे एक दिन पहले भोपाल में 69 संक्रमित मरीज मिले थे। यानी एक ही दिन में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में तकरीबन डेढ़ गुना इजाफा हो गया। वहीं इंदौर में मंगलवार को सर्वाधिक 319 नए मरीज मिले। इंदौर में सोमवार को संक्रमितों की संख्या 137 थी, जो अगले दिन लगभग ढाई गुना तक बढ़ गई। वहीं प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री और अपर मुख्य सचिव भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। राजपूत घर में ही आइसोलेशन में हैं।

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वहीं कंसोटिया ने मंगलवार सुबह जांच कराई थी। इसके बाद वे कैबिनेट और फिर पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक में शामिल हुए। देर शाम उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आई।

मालूम हो कि इंदौर में करोना पाजेटिव की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ। मंगलवार को 8149 सैंपल की जांच की गई जिसमें से 319 नए पाजेटिव मरीज मिले, जबकि सोमवार को मिले पाजेटिव मरीजों की संख्या 137 थी। एक दिन में ही संक्रमितों की संख्या में दोगुने से भी ज्यादा इजाफा हो गया। इंदौर में अब तक 3166128 लोगो की जांच की जा चुकी है जिसमें से 154437 लोग अब तक पाजेटिव मिले हैं। इंदौर में फिलहाल 820 कोरोना संक्रमितों का उपचार चल रहा है। मंगलवार को 48 मरीज अस्पताल से स्वस्थ होकर अपने घर लौटे। शहर में इस दिन कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हुई। इंदौर में अब तक कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या 1397 हो चुकी है।

जानकारी हो कि कोरोना संक्रमण के एक बार फिर तेजी से पांव पसारने की मुख्य वजह लोगों की लापरवाही है। सरकार ने रात 11 से सुबह 6 बजे तक का कर्फ्यू जरूर लगाया है, लेकिन दिन में पूरी छूट के चलते लोग सुरक्षा को भी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। स्थिति यह है कि बाजार, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन समेत सभी सार्वजनिक स्थानों पर लोग बगैर मास्क के ही पहुंच रहे हैं।

डॉक्टरों का कि गाइडलाइन का पालन करके ही संक्रमण से बचा जा सकता है। कोरोनारोधी टीका लगने से लक्षण भले ही हल्के दिख रहे हैं, लेकिन लोग संक्रमित हो रहे हैं। इसलिए हल्के लक्षण में भी तुरंत जांच करवाना और स्वयं को आइसोलेट करना भी आवश्यक है ताकि दूसरों को संक्रमित होने से बचाया जा सके।

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए शहर में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय सब जूनियर और कैडेट टेबल टेनिस स्पर्धा को स्थगित कर दिया गया है। भारतीय टेबल टेनिस संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओम सोनी ने बताया कि राष्ट्रीय स्पर्धा 11 से 19 जनवरी तक आयोजित होना थी। फिलहाल इसे स्थगित किया गया है।

प्रशासन की समझाने के बाद भी लोगों की लापरवाही जारी है। जहां बच्चे मास्क की जरूरत को समझ रहे हैं, वहीं उम्रदराज लोग मास्क को भूल ही चुके हैं।

मालूम हो कि मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पिछले नौ दिनों में दस गुना मरीज मिले हैं। 26 दिसंबर को प्रदेश में 30 मरीज मिले थे, जबकि सोमवार को 58,044 सैंपलों की जांच में 308 मरीज मिले हैं। प्रदेश के 31 जिले अब कोरोना की चपेट में हैं 


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