मप्र में फर्जी मतदान रोकने को अंगूठे से होगी मतदाता की पहचान
निकाय चुनाव में फर्जी मतदान रोकने के लिए प्रदेश में अंगूठे से मतदाता की पहचान होगी। इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग पहली बार पॉस मशीन का इस्तेमाल करेगा।
नईदुनिया, भोपाल। निकाय चुनाव में फर्जी मतदान रोकने के लिए प्रदेश में अंगूठे से मतदाता की पहचान होगी। इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग पहली बार पॉस मशीन का इस्तेमाल करेगा, जिसमें अंगूठा लगाने पर मतदाता का ब्योरा सामने आ जाएगा, क्योंकि ये आधार से लिंक होगी। यह प्रयोग चार जनवरी को हरदा, अमरकंटक और मांडव में निकाय चुनाव में कुछ बूथों पर होगा।
सूत्रों के मुताबिक, आयोग ने मतदान में पारदर्शिता लाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके तहत चार जनवरी को होने जा रहे निकाय चुनाव में मतदाता सूची को आधार से जोड़ा जाएगा। मतदान के समय पॉस मशीन में अंगूठा लगाकर मतदाता की पहचान की जाएगी। यदि मशीन में गड़बड़ी आती है या मतदाता की पहचान नहीं हो पाती है तो भी उसे परंपरागत तरीके से पहचानपत्र दिखाने पर मतदान की पात्रता होगी, लेकिन ऐसे लोगों के नाम अलग से रजिस्टर में दर्ज किए जाएंगे। इस प्रयोग को 2017 में होने वाले 53 नगरीय निकायों में भी लागू किया जाएगा। ये मशीनें मप्र राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम उपलब्ध कराएगा।
-----------------------
पूरे प्रदेश में करेंगे लागू
राज्य निर्वाचन आयुक्त आर परशुराम का कहना है कि अंगूठे के निशान से मतदाता की पहचान करने का प्रयोग करने वाला मध्य प्रदेश संभवत: देश का पहला राज्य है। पूरी चुनाव प्रक्रिया को हाईटेक करने की कोशिश चल रही है। इस प्रयोग को चरणबद्ध तरीके से पूरे प्रदेश में लागू करेंगे।