भोपाल सेंट्रल जेल में सुरक्षा व्यवस्था अपर्याप्त
भोपाल सेंट्रल जेल में सुरक्षा ऑडिट कर सीआईएसएफ ने सुरक्षा व्यवस्था को ब़ढाने का सुझाव दिया है।
भोपाल, ब्यूरो। भोपाल सेंट्रल जेल में सुरक्षा ऑडिट कर सीआईएसएफ ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है, जिसमें सीआईएसएफ ने जेल में सुरक्षा व्यवस्था को अपर्याप्त न बताते हुए इसे ब़ढाने का सुझाव दिया है। मालूम हो कि आठ सिमी आतंकी 30 व 31 अक्टूबर की दरमियानी रात भोपाल सेंट्रल जेल में प्रहरी की हत्या कर फरार हो गए थे। अगले दिन उन्हें मुठभ़ेड में मार गिराया गया था। इसके बाद जेल विभाग ने सीआईएसएफ से भोपाल सेंट्रल जेल का सुरक्षा ऑडिट करवाया था।
इधर सूत्रों की मानें तो अब जेल विभाग सीआईएसएफ से इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर की सेंट्रल जेल का भी सुरक्षा ऑडिट कराएगा। हालांकि पूर्व में सीआईएसएफ द्वारा प्रति जेल का ऑडिट करने के लिए 15 लाख रुपए फीस मांगने के बाद इसे सिर्फ भोपाल सेंट्रल जेल तक सीमित कर दिया था, लेकिन अब तीन अन्य जेलों के लिए विभाग ने हामी भर दी है।
ये दिए सुझाव
-जेल में सुरक्षा ब़ढाई जाए और तकनीक के माध्यम से निगरानी पुख्ता की जाए।
-स्टाफ की कमी है, पर्याप्त स्टाफ रखा जाए।
-सीसीटीवी कैमरे पर्याप्त नहीं हैं, इनकी संख्या ब़ढाएं।
-जेल परिसर में प्रवेश और निकास पर सख्ती से निगरानी की कमी है, उसे जल्द दूर करें।
-संतरियों की तैनाती किस पोजिशन पर हो इसकी जानकारी दी गई।
-सुरक्षा व नजर रखने के लिए आधुनिक गैजेट्स का इस्तेमाल किया जाए।