भय्यू महाराज आत्महत्या केस की सुनवाई आज भी जारी, आरोपित पलक की तरफ से बहस पूरी
गवाहों के बयान में बेटी कुहू और पत्नी आयुषी के बीच विवाद की बात सामने आ रही है। आयुषी ने खुद कोर्ट में स्वीकारा था कि आरोपित पलक कभी मेरे सामने नहीं आई थी।ऐसे में संभव है कि कोई व्यक्ति सामने आए बगैर किसी को आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करे।
इंदौर, जेएनएन। भय्यू महाराज आत्महत्या मामले में सोमवार को आरोपित पलक की तरफ से अंतिम बहस पूरी हो गई। भय्यू महाराज ने 12 जून 2018 को कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने के मामले में महाराज के तीन सेवादारों को गिरफ्तार किया था। तीनों आरोपित फिलहाल जेल में हैं।
मालूम हो कि कोर्ट मामले में मंगलवार को भी सुनवाई जारी रखेगी। इस दिन अन्य आरोपितों की तरफ से अंतिम बहस की जाएगी। उम्मीद जताई जा रही है कि फरवरी के पहले सप्ताह में इस मामले में फैसला आ सकता है।
जानकारी के अनुसार एडवोकेट सिरपुरकर ने तर्क रखा कि पुलिस ने महाराज के सात मोबाइल जब्त किए थे। इनमें से किसी में भी आरोपित पलक की कोई रिकार्डिंग नहीं मिली है। महाराज अक्सर बीमार रहते थे लेकिन आयुषी ने अपने बयान में बताया था कि उसे नहीं पता कि महाराज को कौन सी बीमारी थी। आश्चर्य की बात है कि पत्नी को पता ही नहीं था कि पति कौन सी बीमारी से ग्रसित हैं। महाराज की बेटी भी कोर्ट में कह चुकी है कि उसे नहीं पता कि उसके पिता ने आत्महत्या क्यों की। मंगलवार को आरोपित शरद और विनायक की तरफ से अंतिम बहस की जाएगी।
जानकारी हो कि इस प्रकरण में आरोपित पलक की तरफ से वरिष्ठ अभिभाषक अविनाश सिरपुरकर ने अंतिम बहस की। उन्होंने कोर्ट में तर्क रखा कि महाराज ने आयुषी से 30 अप्रैल 2017 को शादी की थी। इसके एक साल दो महीने बाद ही उन्होंने आत्महत्या कर ली थी। गवाहों के बयान में भी महाराज की बेटी कुहू और पत्नी आयुषी के बीच विवाद की बात सामने आ रही है। आयुषी ने खुद कोर्ट में स्वीकारा था कि आरोपित पलक कभी मेरे सामने नहीं आई थी। ऐसे में यह कैसे संभव है कि कोई व्यक्ति सामने आए बगैर किसी को आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करे।