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Diwali 2021: धनतेरस पर निवेशक को तीन गुना फल देगा त्रिपुष्कर योग, जानें अगले चार दिनों का मुहूर्त

Diwali 2021 पांच दिवसीय दीपों का उत्‍सव की शुरुआत आज धनतेरस से शुरू हो गई है। इस दिन सोना-चांदी भूमि-निर्माण वाहन की लोग जमकर खरीदारी करते हैं। इस बार धनतेरस पर निवेश का तीन गुना फल देने वाला त्रिपुष्कर योग बन रहा है।

By Babita KashyapEdited By: Published: Tue, 02 Nov 2021 10:45 AM (IST)Updated: Tue, 02 Nov 2021 12:09 PM (IST)
Diwali 2021: धनतेरस पर निवेशक को तीन गुना फल देगा त्रिपुष्कर योग, जानें अगले चार दिनों का मुहूर्त
धनतेरस के साथ ही पांच दिवसीय दीपों का उत्‍सव शुरू

इंदौर, जेएनएन। आज धनतेरस के साथ ही पांच दिवसीय दीपों का उत्‍सव शुरू हो गया है। इस खास मौके पर घर और आंगन दीपों की रोशनी से जगमगा उठेंगे। घर-घर में पूरी विधि विधान के साथ लक्ष्मी और कुबेर संग भगवान धन्वंतरि की पूजा होगी। धनतेरस के खास मौके पर आज लोग सोना-चांदी, भूमि-निर्माण, वाहन की जमकर खरीदारी करेंगे। ज्योतिषियों का कहना है कि आज त्रिपुष्कर योग है इस खास योग में निवेश करने वालों को तीन गुना फल प्राप्‍त होता है। जानें अगले चार दिनों का मुहूर्त.........

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रूप चतुर्दशी : सौंदर्य के लिए अभंग्य स्नान

पांच दिनी दीप पर्व के दूसरे दिन बुधवार को रूप चतुर्दशी के दिन सौंदर्य की कामना से श्रीहरि विष्णु, शत्रु पर विजयी के लिए मां काली और अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति के लिए यम पूजन किया जाएगा। चतुर्दशी तिथि के क्षय होने के चलते इस बार दीपदान तीन नवंबर को होगा जबकि सूर्योदय के पूर्व किए जाने वाला अभ्यंग स्नान महालक्ष्मी पूजन के दिन चार नवंबर को होगा। 3 नवंबर को सुबह 9.02 बजे से चतुर्दशी तिथि की शुरुआत हो जाएगी जो 4 नवंबर को सुबह 6 बजकर 3 मिनट तक रहेगी।

दीपावली: धन की देवी महालक्ष्मी का पूजन

4 नवबंर दीपावली के दिन को सुख-समृद्धि के लिए धन की देवी महालक्ष्‍मी का पूजन किया जाएगा। इस दिन सुबह 6 बजकर 4 मिनट पर कार्तिक अमावस्‍या शुरू होगी जो रात को 2 बजकर 44 मिनट तक रहेगी। इस बार देवी महालक्ष्मी का पूजन प्रीति-आयुष्मान योग के साथ चित्रा व स्वाति नक्षत्र के संयोग में किया जाएगा। दीपावली के दिन तुला राशि में सूर्य, बुध, मंगल व चंद्र ग्रह होने से चतुग्रही योग भी बन रहा है।

गोवर्धन पूजा

5 नवंबर को दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा किया जाएगा। 4 नवंबर की रात 2 बजकर 45 मिनट से 5 नवंबर की रात 11 बजकर 15 मिनट तक प्रतिपदा तिथि रहेगी। गोवर्धन के खास दिन मठ-मंदिर और आश्रम के साथ विभिन्न समाजों के अन्नकूट महोत्सव मनाया जाता है। इस दिन सौभाग्य योग दिवस पर्यंत तक रहेगा। रात 2 बजकर 33 मिनट तक विशाखार नक्षण रहेगा। इस दिन जमीन पर गोवर्धन से आकृति बनाकर पूजा की जाती है। गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 33 मिनट से 8 बजकर 48 मिनट और दोपहर 3 बजकर 32 मिनट से शाम 5 बजकर 47 मिनट तक रहेगा।

भाई-दूज : भाई का तिलक कर बहनें करेंगी लंबी उम्र की कामना

6 नवंबर भाई दूज के पर्व के साथ ही पांच दिनी दीपोत्‍सव का समापन हो जाएगा। 5 नवबंर को द्वितीया तिथि रात 11 बजकर 16 मिनट से 6 नवंबर रात 7 बजकर 44 मिनट तक रहेगी। अनुराधा नक्षत्र व शोभन योग में भाई बहन के प्‍यार का पर्व भाई दूज मनाया जाएगा। इस दिन बहने अपने भाई के माथे पर तिलक कर उसकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए कामना करती हैं। उपहार स्‍वरूप भाई बहन की रक्षा का संकल्‍प करता है। इस दिन तिलक करने का शुभ समय दोपहर 1 बजकर 17 मिनट से रात 3 बजकर 21 मिनट तक रहेगा।


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