राहत की खबर....बच्चों में कोरोना का असर कम, चार-पांच दिन में हो रहे हैं ठीक; ऐसे करें इनकी देखभाल
Coronavirus in kids बच्चों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं लेकिन राहत की बात है कि बच्चे चार से पांच दिनों में ठीक हो रहे हैं। 10 फीसदी बच्चों को ही आक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ रही है।
भोपाल जेएनएन। कोरोना संक्रमित बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है। भोपाल में रोजाना मिलने वाले मरीजों में करीब नौ फीसदी बच्चे हैं। शहर के बाल रोग विशेषज्ञों ने कहा कि यह अच्छी बात है कि बच्चे संक्रमित होने के तीन से पांच दिनों के भीतर ठीक हो रहे हैं। एक निजी अस्पताल के संचालक व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश मिश्रा ने बताया कि अस्पताल पहुंचने वाले ज्यादातर बच्चों की उम्र छह माह से पांच साल के बीच है, उन्होंने बताया कि अस्पताल में भर्ती करीब 10 फीसदी बच्चों को आक्सीजन सपोर्ट पर रखने की जरूरत पड़ रही है। डा. राकेश मिश्रा ने कहा कि निमोनिया से ज्यादा उन बच्चों में सेप्सिस के लक्षण पाए जा रहे हैं जो कोरोना से संक्रमित हैं। इस रोग में किसी भी अंग को प्रभावित करने के बाद संक्रमण रक्त के माध्यम से पूरे शरीर में फैल जाता है। अन्य बाल रोग विशेषज्ञों ने कहा कि बच्चे वाहक बन रहे हैं। परिवार के बड़े लोग इनसे संक्रमित हो रहे हैं। इसलिए बच्चों को बाहर न जाने दें।
5 साल से कम उम्र के बच्चों को मास्क नहीं पहनाएं
5 साल तक के बच्चों को मास्क पहनने की जरूरत नहीं है। मास्क पहनने से उनके लिए सांस लेना मुश्किल हो सकता है। इसके अलावा वह बार-बार मास्क हटाएंगे, जिससे संक्रमण और बढ़ेगा। दूसरे, वयस्कों के कोरोना संक्रमण का एक बड़ा कारण बच्चे बनते जा रहे हैं, क्योंकि अधिकांश बच्चों में लक्षण नहीं होते हैं। वह घर के सभी बड़ों के पास जाता है। ऐसे में जरूरी है कि बच्चों को बाहर न जाने दें। बच्चों का खाना अच्छा रखें। शरीर में पानी की कमी न होने दें। बच्चों को आठ से दस घंटे की नींद की जरूरत होती है। छह माह से कम उम्र के बच्चों को केवल मां का दूध ही दें।
- डा. महेश महेश्वरी, प्रोफेसर, शिशु रोग विभाग एम्स
कोरोना से संक्रमित करीब 30 फीसदी बच्चों में बुखार, गले में खराश, खांसी और पेट दर्द के साथ डायरिया की शिकायत है। बड़ों में भी बच्चे संक्रमण का कारण बन रहे हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है कि बच्चे अच्छी नींद लें। शरीर में पानी की कमी न होने दें। लगभग 30 प्रतिशत बच्चों में भी मांसपेशियों में दर्द के मामले देखे जा रहे हैं। अच्छी बात यह है कि तीन-पांच दिनों में बच्चों की समस्या दूर हो रही है। बिना डाक्टर की सलाह के बाजार से दवा खरीद कर बच्चों को न दें।
-डॉ राजेश टिक्कास, एसोसिएट प्रोफेसर, हमीदिया अस्पताल