ब्रिटेन में कोरोना मरीजों के लिए 'रोनाप्रेव' का होगा इस्तेमाल, इससे हुआ था डोनाल्ड ट्रंप का इलाज
ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए नए एंटीबडी रोनाप्रेव का इस्तेमाल किया जाएगा। अगले सप्ताह से देशभर में नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) के मरीजों के लिए यह उपचार उपलब्ध होगा। पिछले माह नए कोराना उपचार को मंजूरी मिली हैै।
लंदन, प्रेट्र। ब्रिटेन के अस्पतालों में कोरोना संक्रमण से जूझ रहे हजारों मरीजों के लिए नए एंटीबडी उपचार को अपनाने का फैसला लिया गया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कोरोना संक्रमण के दौरान जिस रोनाप्रेव (Ronapreve) नामक एंटीबडी उपचार का इस्तेमाल किया गया था उसका इी इस्तेमाल किया जाना है। बा दें कि ब्रिटेन में शनिवार को कोरोना संक्रमण के 30,144 नए मामले सामने आए और 164 नई मौतें दर्ज की गई।
उल्लेखनीय है कि दो मोनोक्लोनल एंटीबडी का मिश्रण रोनाप्रेव अस्पतालों में शुरू में उन लोगों को दिया जाएगा जिनमें कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबडी प्रतिक्रिया नहीं हुई। इस उपचार का इस्तेमाल पिछले वर्ष तब किया गया था जब डोनाल्ड ट्रंप को कोरोना वायरस संक्रमण हुआ था और उन्हें प्रायोगिक दवाएं दी जा रही थीं।
ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए नए एंटीबडी रोनाप्रेव का इस्तेमाल किया जाएगा। अगले सप्ताह से देशभर में नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) के मरीजों के लिए यह उपचार उपलब्ध होगा। पिछले माह नए कोराना उपचार को मंजूरी मिली है जिसमें लैब में विकसित एंटीबडी कोरोना वायरस पर हमला करेंगे। रोनाप्रेव (Ronapreve) एंटीबडी काकटेल को रोचे (Roche) और रीजेनेरान (Regeneron) द्वारा विकसित किया गया है। शुरुआत में इसका इस्तेमाल उन कोरोना मरीजों पर किया जाएगा जिनमें पर्याप्त एंटीबडी रेस्पांस नहीं है।
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद (Sajid Wajid) ने कहा, 'ब्रिटेन के अस्पतालों में हमने उन मरीजों के लिए नए उपचार की शुरुआत की है जिन्हें बहुत अधिक खतरा है। इस उपचार के जरिए अगले हफ्ते से ही हम संक्रमितों को बचाना शुरू कर देंगे।' उन्होंने बताया कि यह दवा उन कोरोना मरीजों को दी जाएगी जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है और जिनमें संक्रमण से पीड़ित होने या कोरोना वैक्सीन लगने के बाद भी कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबडी नहीं बन पाती।
पिछले साल अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कोरोना संक्रमित होने पर इसी दवा का इस्तेमाल किया गया था। इस एंटीबडी काकटेल से अस्पताल में भर्ती होने की अवधि कम होकर चार दिन की हो जाती है। साथ ही संक्रमण के कारण मौत का जोखिम भी कम हो जाता है।