कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन नहीं डालता सूंघने की क्षमता पर कोई असर

एक सर्वे के अनुसार ब्रिटेन से आए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से संक्रमण के बाद खांसी तो उसी तरह से होती है लेकिन जैसे पुराने स्ट्रेन में संक्रमितों की सूंघने और स्वाद की क्षमता खत्म हो जाती है वैसा नहीं है।

By Monika MinalEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 05:25 PM (IST) Updated:Wed, 27 Jan 2021 05:25 PM (IST)
कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन नहीं डालता सूंघने की क्षमता पर कोई असर
नए वैरिएंट से न तो स्वाद लेने की क्षमता खत्म होती है और न ही सूंघने की

लंदन, रॉयटर्स। ब्रिटेन से आए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से संक्रमित होने के बाद गले में परेशानी, खांसी, बुखार, सुस्ती तो पहले की ही तरह होती है लेकिन न तो स्वाद लेने की क्षमता खत्म होती है और न ही सूंघने की। यह जानकारी एक सर्वे में दी गई है। बता दें कि पिछले साल दिसंबर में साउथ ईस्ट इंग्लैंड में इस वैरिएंट का पहला मामला सामने आया था। इस नए वैरिएंट के बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि यह अधिक संक्रामक है।

  संभावना जताई जा रही है कि इस नए वैरिएंट के कारण मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है हालांकि अभी तक यह नहीं पता चला है कि हो वाली मौत के पीछे का कारण कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन ही है। ब्रिटेन की नेशनल स्टैटिक्स ऑफिस   (ONS) ने बताया कि देश में कोविड-19 के पहले वैरिएंट व नए वैरिएंट से संक्रमण के बीच अंतर को देख जा  रहा है।  ONS ने 15 नवंबर, 2020 से 16 जनवरी 2021 की अवधि में इंग्लैंड के लोगों को लेकर किए गए एक विश्लेषण में बताया, 'नए वैरिएंट से संक्रमितों में स्वाद व सूंघने की क्षमता प्रभावित नहीं होती है।'

 हाल में ही  ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि ऐसे सबूत मिले हैं, जो कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के ज्यादा घातक और जानलेवा होने की पुष्टि करते हैं। प्रमुख वैज्ञानिक पैट्रिक वैलांस ने कहा कि नया वैरिएंट पहले की तुलना में 30 फीसद अधिक घातक है। उन्होंने बताया  कि 60 साल के उम्र के व्यक्तियों में से पहले 1000 मरीजों में 10 की मौत को लेकर संभावना थी लेकिन नए वैरिएंट से 1000 में से 13-14 मरीजों की मौत का अनुमान है। 

उल्लेखनीय है कि अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, बुधवार तक पूरी दुनिया में Covid-19 के मामलों का आंकड़ा 10 करोड़ के पार चला गया। पूरी दुनिया में कोविड-19 का संक्रमण सबसे अधिक अमेरिका में है। इसके बाद भारत और तीसरे नंबर पर ब्राजील का नाम है। 20 लाख से अधिक संक्रमण के मामलों में रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, स्पेन, इटली, तुर्की, जर्मनी और कोलंबिया के नाम हैं।

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