ब्रिटेन में नर्व एजेंट जहरखुरानी मामले में तीसरे रूसी जासूस पर लगा आरोप, सबूत का दावा

2018 में हुए नर्व एजेंट हमला मामले में तीसरे संदिग्ध एक रूसी नागरिक को ब्रिटेन (Britain) की पुलिस ने आरोपित किया। सर्गेई फेडोटोव के नाम से जाने जाने वाले व्यक्ति पर हत्या की साजिश हत्या का प्रयास रासायनिक हथियार रखने उसका उपयोग करने व गंभीर शारीरिक नुकसान पहुंचाने के आरोप।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 09:14 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 09:14 AM (IST)
ब्रिटेन में नर्व एजेंट जहरखुरानी मामले में तीसरे रूसी जासूस पर लगा आरोप, सबूत का दावा
ब्रिटेन में 2018 में हुआ नर्व एजेंट हमला मामला।(फोटो: एएफपी)

लंदन, प्रेट्र। एक घटनाक्रम से ब्रिटेन-रूस के रिश्ते में और तनाव पैदा हो सकता है। स्काटलैंड यार्ड ने मार्च 2018 में ब्रिटेन के सैलिसबरी कस्बे में नर्व एजेंट जहरखुरानी से संबंधित हत्या की साजिश मामले में तीसरे रूसी सैन्य गुप्तचर अधिकारी को नामजद और आरोपित किया है। मेट्रोपोलिटन पुलिस आतंकवाद निरोधक के अधिकारियों ने कहा कि पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्कि्रपल और उसकी बेटी यूलिआ की नोविचोक नर्व एजेंट से हत्या के प्रयास मामले में अन्य दो रूसी संदिग्ध के साथ ही डेनिस सर्गीव उर्फ नाम सर्गेय फेडोटोव भी वांछित है।

हाउस आफ कामंस में दिए गए एक बयान में ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने रूस पर अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के बुनियादी आधार को चुनौती देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, 'अगर इनमें से कोई भी कभी रूस से बाहर जाता है तो हम अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ काम करेंगे। न्याय का सामना करने के लिए उन्हें हिरासत में लेने और प्रत्यíपत करने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे। हम रूस द्वारा उत्पन्न खतरे का मुकाबला करने के लिए ठोस कदम उठाना जारी रखेंगे।'

रूस के विश्वविद्यालय में फायरिंग, आठ मरे, 28 घायल

रूस की पर्म स्टेट यूनिवर्सिटी में सोमवार को गोलीबारी की घटना में आठ लोगों के मारे जाने और 28 के घायल होने की खबर है। गोलीबारी की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस के साथ मुठभेड़ में हमलावर घायल हो गया। उसे गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमलावर के उद्देश्य का अभी पता नहीं चला है और न ही किसी संगठन ने घटना की जिम्मेदारी है। प्रेट्र के अनुसार यूनिवर्सिटी परिसर में मौजूद सभी भारतीय छात्र सुरक्षित हैं।

सीडीएस बनने के बाद पहली विदेश यात्रा पर रूस जाएंगे जनरल रावत

चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) का नवसृजित पद संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा में जनरल बिपिन रावत पहले रूस और फिर अमेरिका जाएंगे। जनरल रावत ने 31 दिसंबर, 2019 को सीडीएस का पद संभाला था। उसके बाद से वह सैन्य बलों को एकीकृत करने के अपने नए कार्य पर फोकस करने की वजह से विदेशी आमंत्रणों को ठुकराते आ रहे थे। आने वाले हफ्ते में जनरल रावत पहले रूस जाएंगे जहां वह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के सीडीएस रैंक के अधिकारियों के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।

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