ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे के लिए आज का दिन है बेहद खास, जा सकती है पीएम की कुर्सी!

ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे के लिए बुधवार का दिन बेहद खास है। टोरी पार्टी ने आज एक अहम बैठक बुलाई है जिसके बाद सांसद अहम फैसला लेने वाले हैं।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Wed, 22 May 2019 04:20 PM (IST) Updated:Wed, 22 May 2019 04:20 PM (IST)
ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे के लिए आज का दिन है बेहद खास, जा सकती है पीएम की कुर्सी!
ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे के लिए आज का दिन है बेहद खास, जा सकती है पीएम की कुर्सी!

नई दिल्‍ली [जागरण स्‍पेशल]। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे लगातार सांसदों के निशाने पर हैं। आलम ये है कि पार्लियामेंट में पिछली लाइन में बैठने वाले टोरी पार्टी के सांसद ने बुधवार को पार्टी की बैठक के बाद अविश्‍वास  प्रस्‍ताव लाने की धमकी दी है। नाइजल इवांस का कहना है कि थेरेसा ने हर मुद्दे पर यूटर्न लिया है, लिहाजा उन्‍हें किसी भी सूरत से पीएम की कुर्सी पर नहीं रहने देना है। उनके मुताबिक वह इस मुद्दे पर अपने साथी सांसदों से बात करने वाले हैं। इवांस ने साफ कर दिया है कि यदि थेरेसा इसके लिए खुद तैयार नहीं हो जाती हैं तो अविश्‍वास प्रस्‍ताव लाने में कोई देर नहीं की जाएगी।

गौरतलब है कि पीएम थेरेसा ने मंगलवार को एक ब्रेग्जिट करार की नई रूपरेखा पेश की है। इसमें यूरोपीय संघ (ईयू) से ब्रिटेन के बाहर निकलने को लेकर उनके विवादित समझौते के पहलुओं पर सुरक्षोपाय एवं कानूनी आश्वासन शामिल किए गए हैं। थेरेसा को उम्मीद है कि इस करार को जब अगले महीने संसद के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमंस में पेश किया जाएगा तो उसे हर पार्टी का समर्थन मिलेगा। उन्‍होंने अपने सांसदों को करार पर सहमति बनाने का आखिरी मौका दिया है। थेरेसा यह भी साफ कर चुकी हैं कि यदि यदि इस बार भी सांसदों में करार को लेकर सहमति नहीं बनी ब्रिटेन के लिए सही नहीं होगा। उनके इस बयान के बाद भी ब्रिटिश पार्लियामेंट में करार को लेकर सहमति बनने की संभावना कम ही नजर आ रही है। आपको बता दें कि ईयू से अलग होने को लेकर ब्रिटेन ने वर्ष 2016 में जनमत संग्रह पर मुहर लगाई थी।

थेरेसा मे की बात करें तो वह विपक्ष की उस मांग पर राजी हो गई हैं जिसमें कहा गया था कि यदि इस ईयू से करार की रूपरेखा को अगले महीने संसद के निचले सदन की मंजूरी मिल जाती है तो उसमें एक दूसरा जनमत संग्रह कराने को लेकर संसदीय मतदान का विकल्प शामिल हो जाएगा। हालांकि विपक्ष की मांग को माने जाने के बाद भी वह कई बार इस बात को दोहरा चुकी हैं कि वह दोबारा जनमत संग्रह कराने के पक्ष में नहीं हैं। इसके अलावा वह ये भी साफ कर चुकी हैं कि यदि सांसद किसी करार तक नहीं पहुंचते हैं तो वह इस्‍तीफा दे देंगी

इस बीच पूर्व मंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि मे के जाने के बाद वह टोरी पार्टी के अगले नेता बनने की योजना बना रहे हैं। पिछले साल के अंत में कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों ने प्रधानमंत्री को विश्वास प्रस्ताव द्वारा बचा लिया था और पार्टी के नियमों के मुताबिक दिसंबर तक उन्हें फिर से औपचारिक रूप से चुनौती नहीं दी जा सकती। ब्रेक्सिट समझौते के खारिज हो जाने और इंग्लैंड में हाल के स्थानीय चुनावों में कंजर्वेटिव के खराब परिणामों के बीच मे पर डाउनिंग स्ट्रीट को छोड़ने का दबाव बढ़ गया।

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