युवाओं में हो सकता है मोटापे का ज्यादा खतरा, पढ़ें- ताजा अध्ययन में सामने आईं बातें

ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी कालेज लंदन यूनिवर्सिटी आफ कैंब्रिज और जर्मनी के बर्लिन इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ की ओर से किए गए अध्ययन को लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलाजी पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। 20 लाख से ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य संबंधी डाटा के विश्लेषण के आधार पर अध्ययन।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Mon, 06 Sep 2021 05:30 PM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 05:30 PM (IST)
युवाओं में हो सकता है मोटापे का ज्यादा खतरा, पढ़ें- ताजा अध्ययन में सामने आईं बातें
युवाओं में हो सकता है मोटापे का ज्यादा खतरा, पढ़ें- ताजा अध्ययन में सामने आईं बातें

लंदन, एएनआइ। मोटापे से हर उम्र के लोग प्रभावित हो रहे हैं। इसके चलते स्वास्थ्य के मोर्चे पर चुनौतियां बढ़ गई हैं। ऐसे हालात में हर उम्र के लोगों में मोटापे के बढ़ते खतरे को लेकर एक नया अध्ययन किया गया है। इसका दावा है कि युवाओं में मोटापे का खतरा सबसे ज्यादा हो सकता है। अध्ययन के अनुसार, अगले एक दशक में अन्य उम्र के वयस्कों की तुलना में 18 से 24 वर्ष के युवाओं में वजन ज्यादा होने या मोटापे का सर्वाधिक जोखिम पाया गया है।

ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी कालेज लंदन, यूनिवर्सिटी आफ कैंब्रिज और जर्मनी के बर्लिन इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ की ओर से किए गए अध्ययन को लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलाजी पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। अध्ययन के मुताबिक, इस उम्र के युवाओं में न सिर्फ वजन अधिक होने का खतरा पाया गया बल्कि इनकी उम्र में कमी के संकेत भी पाए गए हैं।

शोधकर्ताओं ने इंग्लैंड में वर्ष 1998 से 2016 के दौरान 20 लाख से ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य संबंधी डाटा के विश्लेषण के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है। विभिन्न उम्र समूहों वाले इन लोगों में मोटापे के खतरे को आंका गया। उन्होंने अगले दस वर्षो में 65 से 74 वर्ष के लोगों की तुलना में 18 से 24 साल के युवाओं में मोटापे का चार गुना ज्यादा जोखिम पाया है। शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों के वजन और बाडी मास इंडेक्स (बीएमआइ) पर गौर किया। शोधकर्ताओं का कहना है कि मोटापे के खतरे की रोकथाम के लिए नए तरीकों की पहचान करने की जरूरत है। 

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