धूमपान से कोरोना संक्रमण के गंभीर होने का खतरा, अध्ययन में सामने आईं ये बड़ी बातें
आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रमुख शोधकर्ता एश्ले क्लिफ्ट बोले हमारे नतीजों से साफ तौर पर जाहिर होता है कि धूमपान का कोरोना के गंभीर संक्रमण के खतरे से उसी तरह का जुड़ाव है जिस तरह हृदय रोग विभिन्न प्रकार के कैंसर और स्मोकिंग संबंधी दूसरी जटिलताओं के जोखिम से होता है।
लंदन, पीटीआइ। धूमपान करने वाले लोग सचेत हो जाएं। कोरोना वायरस (कोविड-19) की चपेट में आने पर यह लत भारी पड़ सकती है। एक नए अध्ययन में कुछ इसी तरह की बात निकलकर सामने आई है। अध्ययन के अनुसार, धूमपान से कोरोना संक्रमण के गंभीर होने का खतरा काफी हद तक बढ़ सकता है। ऐसे में मौत का जोखिम भी गहरा सकता है। पूर्व के अध्ययनों से यह पहले ही साफ हो चुका है कि संक्रमण के लिए धूमपान यानी स्मोकिंग भी कारक है।
थोरैक्स पत्रिका में अध्ययन के नतीजों को प्रकाशित किया गया है। यह अपनी तरह का पहला अध्ययन है, जिसमें धूमपान पर जेनेटिक डाटा और कोरोना को लेकर गौर किया गया है। ब्रिटेन की आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रमुख शोधकर्ता एश्ले क्लिफ्ट ने कहा, 'हमारे नतीजों से साफ तौर पर जाहिर होता है कि धूमपान का कोरोना के गंभीर संक्रमण के खतरे से उसी तरह का जुड़ाव है, जिस तरह हृदय रोग, विभिन्न प्रकार के कैंसर और स्मोकिंग संबंधी दूसरी जटिलताओं के जोखिम से होता है।'
शोधकर्ताओं ने यह निष्कर्ष चार लाख 21 हजार 469 प्रतिभागियों पर किए गए अध्ययन के आधार पर निकाला है। ब्रिटेन में गत वर्ष जनवरी से अगस्त के दौरान किए गए इस अध्ययन में स्मोकिंग और गंभीर कोरोना संक्रमण के बीच जुड़ाव पर गौर किया गया। शोधकर्ताओं के अनुसार, कभी धूमपान नहीं करने वालों की तुलना में सिगरेट पीने वाले लोगों को कोरोना संक्रमण के चलते अस्पताल मेंे भर्ती करने का खतरा 80 फीसद अधिक पाया गया। इन लोगों में संक्रमण के चलते मौत का खतरा भी ज्यादा पाया गया।