सभी तरह के आतंकवाद का केंद्र है पाकिस्तान : एमक्यूएम

अल्ताफ हुसैन ने कहा कि पाकिस्तानी सेना और उसकी खुराफाती खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने छद्म आतंकी संगठनों को बनाया अब भी बना रही हैं और आतंकियों को दुनियाभर में भेज रही हैं। तालिबान अलकायदा व इस्लामिक स्टेट इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हैं।

By Neel RajputEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 08:16 AM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 08:16 AM (IST)
सभी तरह के आतंकवाद का केंद्र है पाकिस्तान : एमक्यूएम
पार्टी संस्थापक अल्ताफ ने कहा, पाकिस्तानी सेना की मदद से तालिबान ने किया अफगानिस्तान पर कब्जा

लंदन, एएनआइ। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के संस्थापक अल्ताफ हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान सभी तरह के आतंकवाद का केंद्र है। हुसैन ने गुरुवार को ट्विटर पर जारी एक बयान में कहा, 'मैं इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र व दुनिया के सभी प्रमुख देशों के समक्ष उठाता रहा हूं, लेकिन दुर्भाग्यवश यह व्यर्थ साबित हो रहा है।' उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना और उसकी खुराफाती खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने छद्म आतंकी संगठनों को बनाया, अब भी बना रही हैं और आतंकियों को दुनियाभर में भेज रही हैं। तालिबान, अलकायदा व इस्लामिक स्टेट इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हैं।

एमक्यूएम संस्थापक ने कहा, 'पाकिस्तानी सेना और आइएसआइ राजनीतिक दलों में भी आतंकी गुट पैदा कर रही हैं और उन्हें धन उपलब्ध कराने के साथ-साथ संरक्षण भी प्रदान कर रही हैं। इनमें मेरी पार्टी भी शामिल है।' उन्होंने कहा कि एमक्यूएम को कमजोर करने के लिए पाकिस्तानी सेना ने एमक्यूएम हकीकी, पाक सरजमीन पार्टी (पीएसपी) व एमक्यूएम पाकिस्तान का गठन किया है। हुसैन ने कहा, 'मेरे नेतृत्व वाली असली एमक्यूएम पर अवैध तरीके से प्रतिबंध लगाते हुए मेरे घर समेत पार्टी के सभी दफ्तरों को सील कर दिया गया है। हजारों पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है। हजारों को जेल भेज दिया गया है, जबकि सैकड़ों गायब हैं।' अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना व आइएसआइ तथा आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने तालिबान की हर तरह से मदद की है।

पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हमले जारी

पेशावर में गुरुवार को हमलावरों ने एक सिख हकीम की क्लीनिक में ही गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक, हकीम सरदार सतनाम सिंह (खालसा) को अज्ञात हमलावरों ने गोलियां मारीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सतनाम सिंह पेशावर के सिख समुदाय के जानेमाने नाम थे और चरसाद्दा रोड पर धरमांदर फार्मेसी नामक क्लीनिक का संचालन करते थे। बता दें कि पेशावर में तकरीबन 15 हजार सिख रहते हैं, जिनमें से अधिकतर प्रांतीय राजधानी के करीबी जोगन शाह में बसे हुए हैं।

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