ब्रिटिश पीएम की देखरेख करने वाली नर्स ने कोरोना में कुव्यवस्था को लेकर दिया इस्तीफा
नर्स का कहना है कि सरकार इस भयावह जानलेवा महामारी में सही तरीके से काम नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि नर्सो को अपने अथक योगदान के लिए ना तो सम्मान मिल रहा है और ना ही उन्हें उचित वेतन दिया जा रहा है।
लंदन, प्रेट्र। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन का कोविड संक्रमण होने पर आइसीयू में उनका ध्यान रखने वाली नर्स ने सरकार की गलत नीतियों की आलोचना करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। नर्स का कहना है कि सरकार इस भयावह जानलेवा महामारी में सही तरीके से काम नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि नर्सो को अपने अथक योगदान के लिए ना तो सम्मान मिल रहा है और ना ही उन्हें उचित वेतन दिया जा रहा है।
मूलत: न्यूजीलैंड की रहनेवाली जेनी मेकगी ने गुरुवार को दावा किया कि ब्रिटेन में अब तक 1.20 लाख जानें इस वैश्विक महामारी के कारण जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि यह साल उनके कैरियर का सबसे कठिन साल है।
चैनल-4 पर दिखाई गई डाक्यूमेंट्री 'द ईयर ब्रिटेन स्टाप्ड' में उन्होंने कहा कि हम लोगों ने कतारबद्ध होकर बेहिसाब मेहनत की है। हमें हीरो बताकर इस पर चर्चा भी खूब हुई है। लेकिन ऐसे ही समय में हम यह नहीं कह सकते कि अब हमारे पास और क्या बचा है राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) को देने के लिए। हमें वह सम्मान और अब उतना वेतन नहीं मिल रहा जो मिलना चाहिए। इन सब बातों से परेशान होकर मैंने इस्तीफा दे दिया है।
ध्यान रहे कि ब्रिटेन की सरकार ने इस साल एनएचएस स्टाफ के लिए एक प्रतिशत वेतन बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है।