ब्रिटेन में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से हड़कंप, संक्रमण के मामलों में 50% वृद्धि के लिए जिम्मेदार होने का दावा

डेल्टा वैरिएंट को लेकर ब्रिटेन में हुए नए अध्य़यन ने बढ़ाई चिंता। डेल्टा वैरिएंट को लेकर अमेरिकी विशेषज्ञ भी चिंतित। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कोरोना संक्रमण अभी खंत्म नहीं हुआ। ब्रिटेन में बढ़ाना पड़ा है कोरोना वायरस लॉकडाउन।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 11:10 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 11:10 AM (IST)
ब्रिटेन में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से हड़कंप, संक्रमण के मामलों में 50% वृद्धि के लिए जिम्मेदार होने का दावा
डेल्टा वैरिएंट को लेकर ब्रिटेन में चिंता।(फोटो: रायटर)

लंदन, रायटर। ब्रिटेन में कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट से हड़कंप मच गया है। एक अध्ययन के मुताबिक, ब्रिटेन में मई से कोरोना वायरस के मामलों में 50 फीसदी बढ़ोत्तरी के लिए डेल्टा वैरिएंट जिम्मेदार है। गुरुवार को इंपीरियल कॉलेज लंदन के नेतृत्व में एक बड़े प्रसार अध्ययन में पाया गया कि डेल्टा कोरोना वैरिएंट के तेजी से प्रसार ने मई से इंग्लैंड में संक्रमण में 50% की वृद्धि की है।

ब्रिटेन की विपक्षी लेबर पार्टी ने मंगलवार को वायरस के डेल्टा स्वरूप के मामलों में वृद्धि के लिए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा भारत से यात्रियों के आने पर रोक के फैसले को देरी से लागू करने को जिम्मेदार ठहराया था। वायरस का यह स्वरूप सबसे पहले भारत में सामने आया था और मामलों में बढ़ोतरी की वजह से ब्रिटेन में लॉकडाउन को चार और हफ्तों के लिए 19 जुलाई तक बढ़ाना पड़ा है।

डेल्टा वैरिएंट को लेकर अमेरिकी विशेषज्ञ चिंतित

अमेरिका में वैक्सीन लगाने का काम तेजी से चलने के दौरान कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या छह लाख के पार हो गई है। यहां कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को लेकर विशेषषज्ञ चिंतित हो गए हैं। राष्ट्रपति जो बाइडन ने चेतावनी दी है कि कोरोना से ल़़डाई अभी खत्म नहीं हुई है। जनता जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाए। अमेरिका के सेंटर फार डिजीज एंड प्रीवेंशन सेंटर ([सीडीसी)] ने कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को लेकर चिंता जताई है। यह वैरिएंट ज्यादा घातक और संक्रामक है। सीडीसी के अनुसार यह अल्फा वैरिएंट से पचास फीसद ज्यादा तेजी से फैलता है। इस वैरिएंट से हास्पिटल में भर्ती होने वालों की संख्या लगभग ढाई गुना ज्यादा हो जाती है।

अमेरिका में सुधरे कोरोना के हालात

अमेरिका में 16 महीने पहले कोरोना संक्रमण से पहली मौत हुई थी। उसके बाद शुरूआती चार महीनों में करीब एक लाख लोगों की मौत हुई। बाइडन के कार्यभार ग्रहण करने से पहले चार लाख लोगों की मौत हो चुकी थी। दो लाख लोग उनके कार्यभार संभालने के बाद मरे हैं, लेकिन इस दौरान वैक्सीन लगना शुरू होने के कारण मौत का आंक़़डा कम होने लगा है। 

chat bot
आपका साथी