संक्रमितों में लंबे समय तक रह सकते हैं कोरोना के लक्षण, नए अध्ययन में किया गया दावा
कोरोना वायरस (COVID-19) की चपेट में आने वाले पीड़ित उबरने के बाद भी जूझते रहते हैं। उनमें कोरोना संबंधी लक्षणों को लेकर एक नया अध्ययन किया गया है। इसका दावा है कि ठीक होने के बाद भी कुछ पीड़ितों में कोरोना का कोई लक्षण लंबे समय तक रह सकता है।
लंदन, आइएएनएस। कोरोना वायरस (COVID-19) की चपेट में आने वाले पीड़ित उबरने के बाद भी जूझते रहते हैं। उनमें कोरोना संबंधी लक्षणों को लेकर एक नया अध्ययन किया गया है। इसका दावा है कि ठीक होने के बाद भी कुछ पीड़ितों में कोरोना का कोई लक्षण लंबे समय तक रह सकता है। अध्ययन के अनुसार, कोरोना संक्रमित पाए जाने के तीन से छह महीने बाद भी 35 फीसद से ज्यादा लोगों में कम से कम एक लक्षण पाया गया। ब्रिटेन की आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, सांस लेने में तकलीफ, थकान, पेट की समस्या और एंग्जाइटी या डिप्रेशन जैसे सबसे आम लक्षण पाए गए हैं।
शोधकर्ताओं ने यह निष्कर्ष कोरोना संक्रमण से उबरने वाले दो लाख 70 हजार से अधिक लोगों पर किए गए अध्ययन के आधार पर निकाला है। इसमें कोरोना के लंबे असर पर गौर किया गया। शोधकर्ताओं ने बताया कि आम तौर पर उन पीड़ितों में लंबे समय तक कोरोना लक्षण पाए गए, जो अस्पताल में भर्ती रहे। महिलाओं में भी यह समस्या पाई गई है।
बुजुर्गो और पुरुषों में सांस लेने की समस्या और स्मृति में गिरावट जैसे लक्षण पाए गए। जबकि महिलाओं में सिर दर्द, पेट की समस्या और एंग्जाइटी या डिप्रेशन ज्यादा पाया गया। अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता पाल हैरिसन ने कहा, 'इस पर तत्काल ध्यान दिए जाने की जरूरत है कि हर कोई कोरोना से जल्दी क्यों नहीं पूरी तरह ठीक हो पाता है। हमें उन विभिन्न लक्षणों के आधार पर उस तंत्र की पहचान करने जरूरत है, जो कोरोना से उबरने वालों पर असर डाल सकता है।'
कई रोगियों में कोविड के एक से अधिक लक्षण पाए गए और समय बढ़ने के साथ लक्षण और बढ़ गए। अध्ययन में इन्फ्लूएंजा से उबरने वाले लोगों में भी समान लक्षण पाए गए। इन्फ्लूएंजा के बाद लांग लोगों में लक्षण तो दिखाई दिए, लेकिन कोविड -19 के बाद 1.5 गुना अधिक सामान्य थे।