ब्रिटिश पीएम का जनता से आग्रह, प्रतिबंधों में ढील का गलत फायदा नहीं उठाएं

छात्रों के टीकाकरण को लेकर अमेरिकी विश्वविद्यालय में मतभेद दिखाई दे रहे हैं। रटगर्स ब्राउन कार्नेल और नार्थस्टर्न ने छात्रों से टीका लगाकर ही कैंपस आने को कहा है। वह चाहते हैं कि जब छात्र कॉलेज आए तो एक हर्ड इम्युनिटी तैयार हो जाए।

By Neel RajputEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 08:06 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 08:06 PM (IST)
ब्रिटिश पीएम का जनता से आग्रह, प्रतिबंधों में ढील का गलत फायदा नहीं उठाएं
इंग्लैंड में दुकानें, सैलून, रेस्तरां, पब और जिम खुले

लंदन, एजेंसियां। कोरोना प्रतिबंधों में ढील के बाद सोमवार से इंग्लैंड में दुकानें, सैलून, रेस्तरां, पब और जिम खुल गए। खरीदारों का आलम यह था कि वह कपड़ों की दुकान, पब और रेस्तरां के बाहर सोमवार आधी रात से ही कतार में लग गए थे। उधर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल में ढील के दौरान जिम्मेदारी बरतने का आग्रह किया है। साथ ही उन्होंने इसका गलत फायदा नहीं उठाने को कहा है। प्रतिबंधों में ढील जरूर दी गई है, लेकिन इनडोर में लोगों के मिलने पर अभी भी पाबंदी है। साथ ही लोग मिलने के लिए एक-दूसरे के घर नहीं जा सकेंगे।

जॉनसन ने कहा, 'यह उन व्यवसाइयों के लिए बड़ी राहत है, जिनकी दुकानें लंबे समय से बंद हैं। यह उन सभी के लिए भी खुशखबरी है जो कुछ नया करने का इंतजार कर रहे थे। मैं देशवासियों से आग्रह करता हूं कि हम सभी अपनी जिम्मेदारी निभाएं और मुंह को ढकने के साथ ही हाथों को बार-बार धोते रहें।' कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि ब्रिटेन के पीएम दिवंगत प्रिंस फिलिप को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित होने वाले हाउस ऑफ कामंस के विशेष सत्र से पहले अपने बाल कटवाने जाएंगे।

छात्रों के टीकाकरण को लेकर अमेरिकी विश्वविद्यालय बंटे

छात्रों के टीकाकरण को लेकर अमेरिकी विश्वविद्यालय में मतभेद दिखाई दे रहे हैं। रटगर्स, ब्राउन, कार्नेल और नार्थस्टर्न ने छात्रों से टीका लगाकर ही कैंपस आने को कहा है। वह चाहते हैं कि जब छात्र कॉलेज आए तो एक हर्ड इम्युनिटी तैयार हो जाए। इसका लाभ यह होगा कि कक्षा लगने के दौरान शारीरिक दूरी का पालन की अनिवार्यता नहीं रहेगी। वहीं वर्जीनिया टेक यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि वे छात्रों को इसके लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं। अधिकारियों का दावा है कि यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने इसके आपातकालीन प्रयोग की अनुमति दी है। उसने भी टीका लगाने के बाद सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं दी है।

भूटान में 62 फीसद आबादी का टीकाकरण

भूटान ने 16 दिनों में 93 फीसद वयस्कों को टीका लगा दिया है। 27 मार्च से वहां टीकाकरण की शुरुआत हुई थी और अब तक देश की 62 फीसद आबादी को टीका लगाया जा चुका है। भूटान की कुल आबादी लगभग आठ लाख है। भूटान सिर्फ सेशल्स से पीछे है, जिसने एक करोड़ की आबादी में 66 फीसद लोगों को टीका लगाया है। भारत ने इसी वर्ष जनवरी में भूटान को एस्ट्राजेनेका की डेढ़ लाख वैक्सीन दी थी, लेकिन टीकाकरण की शुरुआत बौद्ध ज्योतिष के अनुसार इसकी शुरुआत मार्च के आखिरी में शुरू हुई। 

जाने अन्य देशों में क्या हैं हालात-  रूस में पिछले चौबीस घंटों के दौरान संक्रमण के 8320 मामले सामने आए हैं। श्रीलंका पुलिस ने कहा है कि बुधवार को मनाए जाने वाले सिंघल और तमिल नववर्ष के मौके पर जिस भी दुकानदार ने कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। छह महीने की स्टेट ऑफ इमरजेंसी के बाद चेक गणराज्य में स्कूल और दुकानें, चिड़ियाघर सोमवार से खुल गए।

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