ब्रिटेन का बड़ा कदम, रूस और सऊदी अरब के 45 लोगों पर लगाई पाबंदी; अमेरिका ने किया स्वागत

इस सूची में 25 रूसी नागरिकों और सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी के 20 संदिग्ध हत्यारों के नाम शामिल हैं।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 09:20 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 09:20 AM (IST)
ब्रिटेन का बड़ा कदम, रूस और सऊदी अरब के 45 लोगों पर लगाई पाबंदी; अमेरिका ने किया स्वागत
ब्रिटेन का बड़ा कदम, रूस और सऊदी अरब के 45 लोगों पर लगाई पाबंदी; अमेरिका ने किया स्वागत

लंदन, एजेंसियां। यूरोपीय यूनियन (ईयू) से अलग होने के बाद ब्रिटेन ने दुनिया के 49 संदिग्ध व्यक्तियों और संगठनों की सूची जारी की है, जिन पर मानवाधिकारों के उल्लंघन, नस्ली हिंसा और हत्या जैसे अपराध में शामिल होने के आरोप हैं। ब्रिटेन में इनके प्रवेश पर रोक होगी। इस सूची में 25 रूसी नागरिकों और सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी के 20 संदिग्ध हत्यारों के नाम शामिल हैं।

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने ट्वीट कर ब्रिटेन के इस कदम का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि मानवाधिकारों को प्रोत्साहित और संरक्षित करने में ब्रिटेन अग्रणी नेता और अमेरिका का निकट सहयोगी है।

ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने संसद के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमंस को बताया कि उनका देश मानवाधिकारों की रक्षा और उसे बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन के 49 आरोपितों और संगठनों को प्रतिबंधितों की सूची में डाला गया है। ब्रिटेन अपने बैंकों के माध्यम से इनकी संपत्तियों को जब्त कर सकता है। ब्रिटेन में इनके प्रवेश पर भी रोक होगी।                                                  

इस सूची में रूस के जिन नागरिकों को रखा गया है उन्हें भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले ऑडिटर सर्गेई मैगनिस्टस्की को यातना देने और उनकी मौत के लिए जिम्मेदार माना जाता है। इसके अलावा म्यांमार सेना के दो बड़े अधिकारी के नाम भी शामिल हैं, जिन्हें रोहिंग्या और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के लिए जिम्मेदार माना जाता है। उत्तर कोरिया के दो संगठन भी इस सूची में हैं, जिन पर लोगों से जबरन काम कराने, यातना और हत्या के आरोप हैं।

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