रूस में कोरोना को रोकने का प्रयास जारी, विदेश से वापस लौट रहे लोगों को कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आने तक रहने होगा सेल्फ आइसोलेट
रूस ने कहा है कि विदेश से वापस लौट रहे लोगों को पहला अपना कोरोना वायरस टेस्ट कराना होगा। कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आने तक घर में ही आइसोलेशन में रहना होगा। रिपोर्च आने तक वह बाहर नहीं जा सकते हैं।
ओटावा, एएनआइ। विदेश से देश में पहुंचने वाले रूसी नागरिकों को कोरोना वायरस परीक्षण के परिणाम प्राप्त करने तक घर पर आत्म-अलगाव में रहना होगा, राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रहरी रास्पोट्रेबनादज़ोर के प्रमुख अन्ना पोपोवा ने गुरुवार को ये बात कही थी।
पोपोवा के एक पिछले फरमान के अनुसार देश से विदेश में पहुंचने वाले सभी रूसियों को तीन दिनों के भीतर एक पीसीआर-टेस्ट देना होगा। जब तक पीसीआर COVID-19 परीक्षण के परिणाम प्राप्त नहीं हो जाते, तब तक लोगों को अपने निवास स्थान पर आत्म-अलगाव में रहना चाहिए।
जॉन हेल्थ हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 11 मार्च में COVID-19 के प्रकोप को महामारी घोषित कर दिया है। दुनिया भर में 31.7 मिलियन से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, कोरोना वायरस के कारण 975,000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। रूस ने 19,000 से अधिक घातक मामलों के साथ अब तक 1.1 मिलियन (11 लाख) COVID-19 कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए हैं।
बात करें वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस मामलों की तो दुनियाभर में करीब 3 करोड़ से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला देश अमेरिका है। अमेरिका में कोरोना वायरस ने 60 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। इसके साथ ही दूसरे स्थान पर भारत में कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। भारत में कोरोना वायरस से 57 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। हालांकि, भारत इकलौता ऐसा देश हैं जहां कोरोना वायरस से सबसे अधिक लोग ठीक हुए हैं। भारत के बाद तीसरे स्थान पर ब्राजील है। गौरतलब है कि कोरोना वायरस की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई थी। इसके बाद देखते ही देखते दुनियाभर में कोरोना के मामले सामने आने लगे। इसी के साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को मार्च महीने में महामारी घोषित कर दी है।