सितंबर फोरम में रूस के साथ आपसी वैक्सीन मान्यता की घोषणा करने की कोई योजना नहीं: चीन

दूतावास की तरफ से कहा गया व्लादिवोस्तोक में चीन के महावाणिज्य दूतावास इस बात पर जोर देना चाहेंगे कि यह जानकारी वास्तविकता के अनुरूप नहीं है। फिलहाल महावाणिज्य दूतावास के पास इस मुद्दे पर कोई और जानकारी नहीं है।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Mon, 12 Jul 2021 04:15 PM (IST) Updated:Mon, 12 Jul 2021 04:25 PM (IST)
सितंबर फोरम में रूस के साथ आपसी वैक्सीन मान्यता की घोषणा करने की कोई योजना नहीं: चीन
सितंबर फोरम में रूस के साथ आपसी वैक्सीन मान्यता की घोषणा करने की कोई योजना नहीं: चीन

व्लादिवोस्तोक(रूस), एएनआइ। रूसी शहर व्लादिवोस्तोक में चीन के महावाणिज्य दूतावास ने सोमवार को उन मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया, जिसमें कहा जा रहा था कि दोनों देश सितंबर में व्लादिवोस्तोक में एक मंच पर COVID-19 टीकों की आपसी मान्यता की घोषणा करने की योजना बना रहे हैं।

दूतावास की तरफ से कहा गया, 'व्लादिवोस्तोक में चीन के महावाणिज्य दूतावास इस बात पर जोर देना चाहेंगे कि यह जानकारी वास्तविकता के अनुरूप नहीं है। फिलहाल, महावाणिज्य दूतावास के पास इस मुद्दे पर कोई और जानकारी नहीं है।'

पिछले हफ्ते, रूसी सुदूर पूर्वी मीडिया ने बताया कि व्लादिवोस्तोक में चीनी महावाणिज्य दूत यान वेनबिन ने संवाददाताओं से कहा था कि चीन और रूस द्वारा आपसी वैक्सीन मान्यता पर निर्णय जल्द ही सामने आ जाएगा। सरकारें कथित तौर पर अभी भी इस मुद्दे पर अंतिम चर्चा कर रही हैं। कुछ समाचारों ने अनुमान लगाया कि पूर्वी आर्थिक मंच में अंतिम निर्णय की घोषणा की जाएगी।

इससे पहले, मीडिया आउटलेट्स ने अनुमान लगाया था कि रूस और चीन एक-दूसरे के टीके, स्पूतनिक वी और कोरोना वैक को पारस्परिक रूप से मान्यता देने पर सहमत हुए हैं।

बता दें कि कोरोना वायरस से दुनिया एक लंबे समय से गह्रत है। इस जंग में वैक्सीन ही एक मात्र बड़ा हथियार है। वहीं, यह वायरस हर कुछ समय में एक बदलाव के साथ कहर मचा रहा है। इस बीच रूस के वैज्ञानिकों ने बताया है कि रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी(Sputnik V) कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 90 फीसद तक असरदार है। नोवोसिबिर्स्क स्टेट यूनिवर्सिटी की प्रयोगशाला के प्रमुख और रूसी विज्ञान अकादमी (आरएएस) के संबंधित सदस्य सर्गेई नेत्सोव ने रूस की स्पूतनिक वी सहित वायरल वेक्टर और एमआरएनए वैक्सीन को कोरोना वायरस के नए डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ सुरक्षित बताया है। उन्होंने बताया कि ये वैक्सीन, डेल्टा वैरिएंट से सुरक्षा प्रदान करती है।

वहीं, हाल ही में न्यूयार्क टाइम्स की ओर से एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसके अनुसार, कहा गया कि चीन में निर्मित वैक्सीन संभवत: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को रोकने में कारगर नहीं है।

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