पाकिस्तान की संसद में हंगामे के बाद सात सदस्यों पर लगी पाबंदी, जमकर हुआ था हंगामा और गाली-गलौज
मंगलवार को विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने बजट पर बहस के लिए परंपरागत भाषण देने का प्रयास किया तो सत्ता पक्ष ने शोर-शराबा शुरू कर दिया। कुछ ही समय में सदन एक युद्ध के मैदान में बदल गया। सत्ता पक्ष व विपक्ष के कुछ सांसद आमने-सामने आ गए।
इस्लामाबाद, प्रेट्र। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली (संसद) में मंगलवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच गाली- गलौज और एक-दूसरे पर बजट की प्रतियां फेंके जाने के अगले दिन स्पीकर असद कैसर ने सात सदस्यों पर पाबंदी लगा दी। जिन सदस्यों पर पाबंदी लगाई गई उनमें तीन सदस्य सत्तारूढ़ दल के और चार विपक्ष के हैं। स्पीकर ने कहा कि मंगलवार को वजट चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ के भाषण के दौरान सांसदों ने जिस तरह आचरण किया वह असंसदीय और अनुचित था। पीठ के आगाह करने के बावजूद वे नियमों की अवहेलना करते रहे।
मंगलवार को पाक की संसद में जमकर हुआ था हंगामा, गाली-गलौज
उन्होंने कहा कि उनके आचरण का संज्ञान लेते हुए सत्तारूढ़ दल पाकिस्तान तहरीके इत्तिहाद पार्टी (पीटीआई) के तीन, पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल-एन) के तीन, और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के एक सदस्य समेत कुल सात सदस्यों को अगले आदेश तक सदन में घुसने से रोक दिया गया है। उल्लेखनीय है संसद के निचले सदन, नेशनल असेंबली का सत्र 2021-22 के बजट पर बहस करने के लिए बुलाया गया था। शुक्रवार को वित्त मंत्री शौकत तारिन ने बजट पेश किया था।
युद्ध के मैदान में बदल गई संसद
मंगलवार को विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने बजट पर बहस के लिए परंपरागत भाषण देने का प्रयास किया तो सत्ता पक्ष ने शोर-शराबा शुरू कर दिया। कुछ ही समय में सदन एक युद्ध के मैदान में बदल गया। सत्ता पक्ष व विपक्ष के कुछ सांसद आमने-सामने आ गए। इन लोगों ने एक-दूसरे को जमकर गालियां दीं और अंत में बजट की प्रतियां फेंकना शुरू कर दिया।
मामला इतना बढ़ा कि स्पीकर को तीन बार सदन की बैठक स्थगित करनी पड़ी लेकिन शांति कायम नहीं हो पाई। बुधवार को सांसदों पर कार्रवाई करने के लिए स्पीकर ने प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात की और विपक्ष के नेताओं शहबाज शरीफ और बिलावल भुट्टो से फोन पर बात की।