पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में आत्मघाती हमले में दो बच्चों की मौत, चीनी नागरिक घायल

पुलिस के अनुसार यह धमाका दोपहर में बंदरगाह शहर ग्वादर के बलूच वार्ड क्षेत्र में हुआ। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल किसी ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Sat, 21 Aug 2021 12:09 AM (IST) Updated:Sat, 21 Aug 2021 01:29 AM (IST)
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में आत्मघाती हमले में दो बच्चों की मौत, चीनी नागरिक घायल
धमाका दोपहर में बंदरगाह शहर ग्वादर के बलूच वार्ड क्षेत्र में हुआ

इस्लामाबाद, एजेंसियां। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में शुक्रवार को चीनी नागरिकों को निशाना बनाकर किए गए एक आत्मघाती हमले में कम से कम दो बच्चों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। घायलों में एक चीनी नागरिक भी है। पुलिस के अनुसार यह धमाका दोपहर में बंदरगाह शहर ग्वादर के बलूच वार्ड क्षेत्र में हुआ। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल किसी ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान के बंदरगाह शहर ग्वादर में आजीविका संकट के साथ पानी-बिजली की भारी कमी का सामना कर रहे लोगों ने गुरुवार को एक बार फिर चीन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर की गई कार्रवाई में दो लोग घायल हुए हैं। ब्रिटिश समाचार पत्र गार्जियन के मुताबिक चीन की अरबों डालर की वन बेल्ट-वन रोड परियोजना के खिलाफ स्थानीय लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है।

विरोध-प्रदर्शन के दौरान मछुआरों और स्थानीय श्रमिकों ने सड़कों को अवरुद्ध करने के साथ ही चीनी ट्रकों को पानी लेने से रोक दिया। इस दौरान लोगों ने जगह-जगह टायर जलाकर पाकिस्तान सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए। प्रदर्शनकारी फैज निगोरी ने बताया कि वह लोग एक महीने से अधिक समय से पानी और बिजली की कमी के खिलाफ रैली कर रहे हैं, लेकिन सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है। उल्टे इमरान सरकार हमारी आवाज दबाने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रही है।

बता दें कि बलूचिस्तान का ग्वादर बंदरगाह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना (सीपीईसी) का एक अभिन्न अंग है। पाकिस्तान ने इस बंदरगाह को 40 साल के पट्टे पर चीन की एक सरकारी कंपनी को दे दिया है। सीपीईसी का निर्माण चीन की वन बेल्ट-वन रोड परियोजना के तहत किया जा रहा है। वन बेल्ट-वन रोड परियोजना अगर मूर्त रूप लेती है तो चीन को पूर्वी एशिया से यूरोप (लगभग 70 देशों में) तक व्यापार मार्ग मिल जाएगा।

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