14 अगस्त तक अफगानिस्तान के साथ सीमा पर बाड़ लगाने का काम पूरा कर लेगा पाकिस्तान

पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा था कि 14 अगस्त तक अफगान सीमा पर बाड़ लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ईरान से लगी सीमा पर बाड़ लगाने का 46 से 48 फीसद काम भी पूरा हो चुका है।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 01:48 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 01:48 PM (IST)
14 अगस्त तक अफगानिस्तान के साथ सीमा पर बाड़ लगाने का काम पूरा कर लेगा पाकिस्तान
14 अगस्त तक अफगानिस्तान के साथ सीमा पर बाड़ लगाने का काम पूरा कर लेगा पाकिस्तान

इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान ने घोषणा की है कि अफगानिस्तान में बड़े पैमाने पर हिंसा के कारण एक नए शरणार्थी संकट की आशंका के बीच अफगान सीमा पर बाड़ लगाने का काम 14 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान पहले ही अफगान सीमा पर चल रहे शरणार्थी संकट के कारण और अधिक शरणार्थियों को लेने से इनकार कर चुका है। ऐसा माना जा रहा है कि संयुक्त राष्ट्र की ओर से देश की सीमाओं की ओर आंतरिक रूप से विस्थापित अफगानों के 'बहुत गहन आंदोलनों' को लेकर कही बात पर बाड़ लगाने का काम तेज किया गया, क्योंकि पड़ोसी मुल्क में हिंसा बढ़ रही है।

इस महीने की शुरुआत में, अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र के डिप्टी स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव रेजिडेंट और ह्यूमैनिटेरियन कोऑर्डिनेटर रमिज अलकबरोव ने कहा, 'ईरानी और पाकिस्तान की सीमाएं अब काफी हद तक बंद हैं और लोग उन सीमाओं से आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे है, जो अवैध सीमा पार के अंतर्गत आती है।' सोमवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा था कि 14 अगस्त तक अफगान सीमा पर बाड़ लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ईरान से लगी सीमा पर बाड़ लगाने का 46 से 48 फीसद काम भी पूरा हो चुका है।

मंत्री ने कहा कि पिछले कई वर्षों में हजारों विदेशी पाकिस्तान में बिना वीजा के नवीनीकरण के रह रहे हैं। राशिद ने इन विदेशियों को 14 अगस्त से पहले पाकिस्तान छोड़ने या ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से अपना वीजा नवीनीकृत करने के लिए भी कहा।

बता दें कि अमेरिका के वहां से हटने के कारण अफगानिस्तान में बिगड़ते हालात के बीच पड़ोसी देश से लगे सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान की नियमित सेना तैनात कर दी गई है। डॉन अखबरा ने पाकिस्तान के गृह मंत्री के हवाले से कहा, 'अर्धसैनिक बलों को हटाकर अब नियमित सैन्य टुकड़ियां सीमा की निगरानी कर रही हैं।'

सेना को तैनात करने का निर्णय युद्धग्रस्त देश में अनिश्चित स्थिति के बीच किया गया, क्योंकि तालिबान ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की शुरुआत के बाद से अपना आक्रमण तेज कर दिया है।

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