एक तरफ सीजफायर उल्लंघन, दूसरी तरफ पाकिस्तान ने भारत से बातचीत की इच्छा जताई

पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भारत की नई सरकार से शांति वार्ता की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत से बात करने को तैयार है।

By Neel RajputEdited By: Publish:Sun, 26 May 2019 11:49 AM (IST) Updated:Sun, 26 May 2019 11:59 AM (IST)
एक तरफ सीजफायर उल्लंघन, दूसरी तरफ पाकिस्तान ने भारत से बातचीत की इच्छा जताई
एक तरफ सीजफायर उल्लंघन, दूसरी तरफ पाकिस्तान ने भारत से बातचीत की इच्छा जताई

इस्लामाबाद, पीटीआई। पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। एक तरफ  लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ भारत से बातचीत करने की इच्छा जता रहा है। पड़ोसी देश भारत की नई सरकार से दोनों देशों के बीच के मुद्दों को शांति से हल करना चाहता है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने मुल्तान में इफ्तार के समय ये बात कही है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की कुशलता और शांति के लिए भारत और पाकिस्तान को मुद्दों को सुलझाने के लिए चर्चा करनी चाहिए।  

भारत में भारतीय जनता पार्टी की शानदार जीत के दो दिन बाद उनका यह बयान आया है। इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी पीएम नरेंद्र मोदी से शांति वार्ता की बात कह चुके हैं। उन्होंने आम चुनावों में भाजपा की जीत के लिए पीएम मोदी को बधाई दी और क्षेत्र में शांति और समृद्धि के लिए उनके साथ काम करने की इच्छा व्यक्त की।  

बता दें कि पाकिस्तान की तरफ से कई बार इस तरह के बयान आ चुके हैं। अप्रैल महीने में भी इमरान खान ने कहा था कि अगर 2019 के आम चुनावों में भाजपा की जीत होती है तो जम्मू कश्मीर जैसे मुद्दों को सुलझाने के लिए भारत से बात करने का यह अच्छा मौका होगा। भारत के आम चुनावों के परिणाम पाकिस्तान के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि नई दिल्ली में नई सरकार भारत-पाकिस्तान संबंधों के पाठ्यक्रम को निर्धारित करेगी। बता दें कि पुलवामा हमले के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। 

बुधवार को लोकसभा चुनाव के नतीजों से एक दिन पहले ही सुषमा स्वराज और महमूद कुरैशी के बीच किर्गिस्तान के बिश्केक में विदेश मंत्रियों की शंघाई सहयोग संगठन परिषद की बैठक के मौके पर सुखद आदान-प्रदान किया। इस मुलाकात में कुरैशी ने यह संदेश दिया था कि पाकिस्तान दोनों देशों के बीच के मुद्दों को शांति से सुलझाना चाहता है।

बता दें कि 14 फरवरी को पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से भारतीय सेना पर किए गए हमले के बाद तनाव काफी बढ़ गया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत ने 26 फरवरी को जवाबी कार्रवाई में बालाकोट में स्थित जैश के एक ट्रेनिंग सेंटर को ध्वस्त कर दिया था।

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