पाकिस्तान पहुंचे अफगान सरकार के शीर्ष अधिकारी, शांति वार्ता को लेकर कर सकते हैं चर्चा

अब्दुल्ला पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी प्रधानमंत्री इमरान खान और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से मुलाकात करेंगे। उम्मीद है कि वह इन नेताओं के साथ शांति वार्ता मसले पर चर्चा करेंगे जिससे अफगानिस्तान में जारी संघर्ष के खत्म होने की राह प्रशस्त हो सकती है।

By Neel RajputEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 04:22 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 04:22 PM (IST)
पाकिस्तान पहुंचे अफगान सरकार के शीर्ष अधिकारी, शांति वार्ता को लेकर कर सकते हैं चर्चा
अफगान सरकार के शीर्ष अधिकारी पाकिस्तान पहुंच गए हैं।

इस्लामाबाद, एजेंसियां। अफगानिस्तान के शीर्ष अधिकारी अब्दुल्ला तीन दिवसीय दौरे पर सोमवार को पाकिस्तान पहुंच गए। अब्दुल्ला अफगानिस्तान की राष्ट्रीय सुलह परिषद के अध्यक्ष हैं। तालिबान के साथ कतर की राजधानी दोहा में चल रही शांति वार्ता में यह परिषद अफगान सरकार का प्रतिनिधित्व कर रही है।

अब्दुल्ला पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी, प्रधानमंत्री इमरान खान और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के अलावा कई अन्य अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। यह माना जा रहा है कि वह इन नेताओं के साथ शांति वार्ता मसले पर चर्चा करेंगे। यह संभावना जताई जा रही है कि इस शांति वार्ता के जरिये अफगानिस्तान में गत दो दशक से जारी संघर्ष के खत्म होने की राह प्रशस्त हो सकती है।

अमेरिकी समझौते को मानने का इच्छुक नहीं अफगानिस्तान

तालिबान वार्ता टीम के सदस्य खैरुल्ला खैरखवा ने कहा कि अफगान सरकार अमेरिकी शांति समझौते की शर्तो को मानने की इच्छुक नहीं दिख रही है। अमेरिका और तालिबान के बीच गत 29 फरवरी को शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।

तालिबान ने 24 घंटे में किए 24 प्रांतों में हमले

अफगान रक्षा मंत्रालय ने बताया कि तालिबान ने बीते 24 घंटे के दौरान देश के 24 प्रांतों में हमले किए। ये हमले ऐसे समय किए गए जब, दोनों पक्षों में शांति वार्ता चल रही है। इन हमलों में हताहतों के बारे में अभी जानकारी मुहैया नहीं कराई गई है।

इससे पहले अफगानिस्तान उच्चायोग के चेयरमैन अब्दुल्ला अब्दुल्ला (Abdullah Abdullah) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अफगान सरकार और तालिबान के बीच शांति वार्ता लंबी होगी लेकिन दोनों पक्ष अफगान की जनता की ख्वाहिश से अवगत हैं जिसके अनुसार वे जल्द से जल्द हिंसा को खत्म करना चाहते हैं। 

उसके बाद उन्‍होंने ट्वीट किया था, ' भारतीय विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पाकिस्तान-अफगानिस्तान-ईरान) जे पी सिंह के साथ बातचीत शानदार रही।  हमने शांति प्रयासों के घटनाक्रमों की समीक्षा की। इस वार्ता को वास्तविक क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय समर्थन की जरूरत पर भी चर्चा हुई । मैंने निरंतर सहयोग देने के लिए भारत का आभार व्यक्त किया है।'

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