बासमती चावल के बाद अब सेंधा नमक की जीआइ टैंगिग कराने की कोशिश में पाकिस्‍तान

पाकिस्तान हर उस मुद्दे पर विवाद खड़ा करना चाहता है जो भारत से संबंधित है। अब उसने हिमालय क्षेत्र में पाए जाने वाले गुलाबी साल्ट की जीआइ टैंगिंग कराने का फैसला किया है। गुलाबी नमक को सेंधा नमक या हिमालयन साल्ट भी कहा जाता है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Fri, 19 Feb 2021 06:12 PM (IST) Updated:Fri, 19 Feb 2021 06:12 PM (IST)
बासमती चावल के बाद अब सेंधा नमक की जीआइ टैंगिग कराने की कोशिश में पाकिस्‍तान
पाकिस्तान ने हिमालय क्षेत्र में पाए जाने वाले गुलाबी साल्ट की जीआइ टैंगिंग कराने का फैसला किया है।

इस्लामाबाद, पीटीआइ। पाकिस्तान हर उस मुद्दे पर विवाद खड़ा करना चाहता है, जो भारत से संबंधित है। अब उसने हिमालय क्षेत्र में पाए जाने वाले गुलाबी साल्ट की जीआइ टैंगिंग कराने का फैसला किया है। गुलाबी नमक को सेंधा नमक या हिमालयन साल्ट भी कहा जाता है। इस नमक का इस्तेमाल भारत में व्रत और त्योहारों पर बहुत किया जाता है। पाकिस्तान चाहता है कि इस नमक पर उसका एकाधिकार रहे।

यह निर्णय पाकिस्तान में इंटैलेक्चुअल प्रोपर्टी आर्गनाइजेशन (आइपीओ) ने एक बैठक में लिया है। इस संबंध में जारी आधिकारिक घोषणा में कहा है किया है कि कई उत्पादों और क्षेत्रों के जियोग्राफिकल आइडेंटिफिकेशन (जीआइ) के संबंध में वार्ता हुई है। हिमालयन साल्ट की जीआइ टैगिंग किए जाने का निर्णय लिया गया है।

ज्ञात हो कि पाकिस्तान पूर्व में ही बासमती चावल को अपने यहां का उत्पाद बताकर यूरोपियन यूनियन में भारत से मुकदमा लड़ रहा है। पाकिस्तानी अधिकारी ने बताया कि अब हम सेंधा नमक की जीआइ टैगिंग कराने जा रहे हैं। ऐसा करने से हमारे उत्पादों का वैश्विक स्तर पर व्यापार बढ़ाने में मदद मिलेगी। जीआइ टैग किसी क्षेत्र के उत्पाद की उत्पत्ति को पहचानने के लिए एक संकेत या प्रतीक होता है।

chat bot
आपका साथी