पाकिस्तान की सुरक्षा को लेकर टेंशन में इमरान, शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ की बैठक
सरकार की दमनकारी नीतियों के विरोध में गिलगिट-बाल्टिस्तान समेत देश के विभिन्न हिस्सों में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों ने प्रधानमंत्री इमरान खान को टेंशन में डाल दिया है।
इस्लामाबाद, पीटीआइ। पाकिस्तान सरकार की दमनकारी नीतियों के विरोध में गिलगिट-बाल्टिस्तान समेत देश के विभिन्न हिस्सों में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों ने प्रधानमंत्री इमरान खान को चिंता में डाल दिया है। आंतरिक एवं बाहरी सुरक्षा को लेकर चिंतित इमरान ने शुक्रवार को रक्षा मामलों की उच्चस्तरीय बैठक में हर कीमत पर अपने देश की संप्रभुता की रक्षा का संकल्प लिया। बैठक में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज खट्टक, ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन जनरल नदीम रजा व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा आदि शामिल रहे।
प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान के अनुसार, 'बैठक में उपस्थित सभी ने हर कीमत पर पाकिस्तान की संप्रभुता की रक्षा का संकल्प लिया। इस दौरान कहा गया कि पाकिस्तान अपने पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण सहअस्तित्व में यकीन रखता है, लेकिन हमारे पास अपने लोगों और क्षेत्रीय अखंडता को सुरक्षित रखने का संकल्प और शक्ति दोनों है।' इस दौरान उपस्थित अन्य लोगों में नौसेना प्रमुख एडमिरल जफर महमूद अब्बासी, वायुसेना प्रमुख चीफ मार्शल मुजाहिद अनवर खान और खुफिया इकाई आइएसआइ के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद शामिल रहे।
हाल ही में कराची में स्टॉक एक्सचेंज बिल्डिंग (PSX) पर हुए आतंकी हमले में चार आतंकियों समेत 11 लोगों की मौत हो गई थी। विद्रोही समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। इसी समूह ने पिछले साल ग्वादर में पर्ल कॉन्टिनेंटल होटल में भी हमले को अंजाम जिया था जिसमें आठ लोग मारे गए थे। इस हमले से बौखलाए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद में यह मामला उठाया था। इमरान ने कहा था कि जो कुछ मुंबई में हुआ उसका वे (भारत) बदला लेना चाहते हैं। हमें कोई संदेह नहीं है कि यह भारत ने कराया है।
यहां इमरान यह भूल बैठे थे कि जिन आतंकियों को उनका मुल्क पनाह देता रहा है अब वे ही हुकूमत के खिलाफ मोर्चा खोलने लगे हैं। बीते दिनों भरी संसद में इमरान खान ने अल-कायदा प्रमुख और 9/11 के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन को 'शहीद' बताया था। बजट सत्र के दौरान नेशनल एसेंबली को संबोधित करते हुए इमरान ने कहा था कि लादेन के मारे जाने के बाद दुनिया ने हमें गालियां दी। विपक्ष ने इमरान के इस बयान की आलोचना करते हुए कहा था कि ओसामा बिन लादेन एक आतंकी था और हमारे प्रधानमंत्री उसे शहीद बता रहे हैं।