पाक में सिंधी लोगों की आवाज उठाने वाले नेताओं पर भड़के इमरान, बगावत के मामले दर्ज
पाकिस्तान में सिंधी समुदाय के लोगों की आवाज उठाने वाले नेताओं पर इमरान सरकार बर्बर कार्रवाई कर रही है।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। पाकिस्तान में सिंधी समुदाय के लोगों की आवाज उठाने वाले नेताओं पर इमरान सरकार बर्बर कार्रवाई कर रही है। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में सिंधी समुदाय के अधिकारों की मांग को लेकर आवाज बुलंद करने वाली पार्टी जिये सिंध कौमी महाज (Jeay Sindh Qaumi Mahaz) के चेयरमैन एवं अन्य नेताओं पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने के आरोप में मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इमरान खान सरकार इन नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी, विद्रोह, आतंकवाद और आपराधिक साजिश की धाराओं के तहत मामले दर्ज कर रही है। आतंकवाद रोधी कानून के तहत दर्ज मामलों में आरोप लगाया गया है कि जिये सिंध कौमी महाज (बशीर खान कुरैशी समूह, Bashir Khan Qureshi group) के चेयरमैन सनान कुरैशी, वाइस चेयरमैन इलाही बख्श एवं अन्य ने देश, सरकार व संस्थानों के खिलाफ विद्रोह भड़काने की कोशिश की।
दरअसल, इन नेताओं ने बीते दिनों कराची में सिंध पैगाम रैली का आह्वान किया था जिसमें सिंध भर से कार्यकर्ता कराची पहुंचे थे। तभी से ये नेता इमरान खान सरकार के निशाने पर आ गए हैं। आरोप हैं कि रैली में शामिल लोगों ने पाकिस्तान, सरकार और संस्थानों के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी की और अपने भाषणों के जरिए कार्यकर्ताओं को बगावत और आतंकवाद के लिए उकसाया।
हालांकि, अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। दूसरी ओर जिये सिंध कौमी महाज के वाइस चेयरमैन इलाही बख्श ने कहा है कि रैली में हजारों लोग शामिल हुए जिनमें कुछ आसामाजिक तत्व घुस गए जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए। उन्होंने बताया कि खुद चेयरमैन ने अपने भाषण में उन तत्वों का उल्लेख किया और उनसे अपने किसी तरह के संबंधों को खारिज किया।
दूसरी ओर समाचार एजेंसी एएनआइ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि पाकिस्तान के सिंधी समुदाय ने अलग सिंधुदेश की मांग बुलंद करते हुए कराची में रविवार को मार्च निकाला। अपनी मांग के समर्थन में देशभर से जुटे सिंधी नागरिकों ने कराची में गुलशन-ए-हदीद से प्रेस क्लब तक मार्च किया। हाथों में सिंधुदेश के प्रतीक लाल झंडे लिए हजारों लोगों ने स्वतंत्र देश के समर्थन के लिए नारे लगाए।