पाकिस्तान में महंगाई से हाहाकार, इमरान खान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी विपक्षी पार्टी PML-N
पाकिस्तान में महंगाई से लोग बुरी तरह से परेशान हैं। देश की आर्थिक स्थिति भी खराब होती जा रही है। हाल ही में रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान इस समय सबसे बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। इसको लेकर अब इमरान खान निशाने पर आ गई है।
लाहौर, एएनआइ। पाकिस्तान में महंगाई से लोगों का बुरा हाल है। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। इसको लेकर अब पाकिस्तान की इमरान खान हुकूमत विपक्ष के निशाने पर आ गई है। पाकिस्तान में महंगाई को लेकर इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के बैनर तले पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ (पीएमएल-एन) पंजाब प्रांत के 11 शहरों में विरोध प्रदर्शन करेगी।
पाकिस्तानी अखबार डान की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ (पीएमएल-एन) लाहौर, मुजफ्फरगढ़, झांग, कसूर, मियांवाली, बहावलपुर, भाकर, वेहारी, खुशाब, लैय्या और मुरी में प्रदर्शन करेगी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता शाहिद खाकान अब्बासी मुर्री में रैली का नेतृत्व करेंगे।
शहबाज शरीफ ने ट्विटर पर लिखा कि लोग वास्तव में अस्तित्वहीन सरकार के कारण जिंदा रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) की सरकार में भविष्य तेजी से अंधकारमय दिख रहा है। हमारे इतिहास में पहले कभी किसी पाकिस्तानी नेता ने ऐसे लोगों को छोड़ दिया है जैसे यह है। बहुत दुर्भाग्यपूर्ण। उन्होंने आगे लिखा कि अर्थव्यवस्था की चुनौतियों से निपटना हमारी राष्ट्रीय मुद्दा और सार्वजनिक नीति का सबसे प्रमुख विषय होना चाहिए। तेजी से बिगड़ती अर्थव्यवस्था का मतलब लोगों के लिए अधिक दुख, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों पर अधिक निर्भरता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर निहितार्थ हैं।
पाकिस्तान के सबसे बड़े अंग्रेजी अखबारों में से एक 'द न्यूज इंटरनेशनल' के अनुसार देश एक गहरे वित्तीय संकट का सामना कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार को देश की जरूरतों को पूरा करने के लिए 2021 से 2023 तक 51.6 बिलियन डाॅलर की जरूरत है।
पाकिस्तान ने लिया सबसे ज्यादा कर्ज
विश्व बैंक द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान सबसे ज्यादा लोन लेने वाले टाॅप 10 देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है। विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के विदेशी कर्ज में 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस साल जून में एक रिपोर्ट में यह भी बात सामने आई थी कि पाकिस्तान की इमरान सरकार 442 मिलियन डाॅलर का उधार ले चुकी है।