पाकिस्‍तानी सेना प्रमुख बाजवा ने भारत और अफगानिस्‍तान की सीमा पर सेना को किया सतर्क, जानें वजह

पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा (General Qamar Bajwa) ने सेना को भारत-पाक नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अफगानिस्तान की सीमा पर पूरी सतर्कता बनाए रखने के लिए कहा है। इसकी वजह जानने के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 07:30 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 06:54 AM (IST)
पाकिस्‍तानी सेना प्रमुख बाजवा ने भारत और अफगानिस्‍तान की सीमा पर सेना को किया सतर्क, जानें वजह
पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने सेना को सीमाओं पर पूरी सतर्कता बनाए रखने के लिए कहा है।

इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने सेना को भारत-पाक नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अफगानिस्तान की सीमा पर पूरी सतर्कता बनाए रखने के लिए कहा है। न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार सेना के कमांडरों की रावलपिंडी के सैन्य मुख्यालय में दो दिन तक चली बैठक में सीमाओं पर आधुनिकीकरण के साथ ही ढांचागत कमजोरियों को दूर करने पर भी विचार किया गया है।

सेना के इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशन ने कहा कि पाकिस्तान के सामने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर मौजूदा चुनौतियों पर बैठक में विचार किया गया है। भारत और अफगानिस्तान दोनों ही सीमाओं पर सेना को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। पिछले माह अफगानिस्तान सीमा पार से फायरिंग और बमबारी की गई थी। अफगानिस्तान में आतंकवादियों को लेकर अब पाक सेना चिंतित हो गई है।

बाजवा ने अपने शीर्ष जनरलों से अफगानिस्तान से लगी सीमा पर सैन्य तैयारियों के उच्च मानक बनाए रखने के भी निर्देश दिए हैं। बीते दिनों जनरल बाजवा दो दिवसीय 78वें फार्मेशन कमांडर सम्मेलन की अध्यक्षता भी की थी। इस सम्‍मेलन में बाजवा को अफगान शांति प्रक्रिया के लिए पाकिस्तान के सार्थक समर्थन और सीमा सुरक्षा बढ़ाने के लिए किए जा रहे कदमों के बारे में बताया गया। बैठक में कोर कमांडरों, चीफ स्टाफ अफीसर्स और सेना के फार्मेशन कमांडरों ने भाग लिया।

वहीं दूसरी ओर चीन के साथ सीमा पर तनातनी के बीच भारतीय सेना के कमांडरों की अहम बैठक शुरू हुई है। गुरुवार से शुरू इस दो दिवसीय बैठक का मकसद सीमा पर चीन और पाकिस्तान के खतरों का आकलन करना है। इस बैठक में सेना प्रमुख के अलावा सेना के उप प्रमुख, सभी कमांडर, सेना मुख्यालय के पीएसओ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। माना जा रहा है कि चीन और पाकिस्‍तान जैसे पड़ोसियों के रुख को देखते हुए भारत ने भी भविष्य में किसी भी कड़े फैसले के लिए तैयारी जारी रखी है।

chat bot
आपका साथी