इमरान पर मुकदमे की सुनवाई रोकने पर चीफ जस्टिस के खिलाफ जज लामबंद, बढ़ सकती है मुश्किलें
इमरान खान के खिलाफ चल रहे केस की सुनवाई रोके जाने के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद के आदेश के बाद अब सुनवाई करने वाले जज काजी फैज इशा ने भी मोर्चा खोल दिया है। जज अब लामबंद हो रहे हैं।
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट में इमरान खान के खिलाफ चल रहे एक केस के मामले में जजों के बीच ही घमासान शुरू हो गया है। इमरान खान के खिलाफ चल रहे केस की सुनवाई रोके जाने के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद के आदेश के बाद अब सुनवाई करने वाले जज काजी फैज इशा ने भी मोर्चा खोल दिया है। जज अब लामबंद हो रहे हैं। उन्होंने कहा है कि जजों को इमरान के खिलाफ सुनवाई से रोकने से देश की न्याय व्यवस्था कमजोर होगी।
पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद ने 11 फरवरी को वरिष्ठ जज काजी फैज इशा को इमरान खान से संबंधित एक केस की सुनवाई करने से रोक दिया था। यह मुकदमा सांसदों को दी जाने वाली राशि रोके जाने के संबंध में है। विपक्षी नेताओं ने इमरान के साथ ही सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के खिलाफ भी आक्रामक रवैया अख्तियार कर लिया है।
जस्टिस काजी फैज इशा ने भी मोर्चा खोल दिया
अब जस्टिस काजी फैज इशा ने भी मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने चीफ जस्टिस पर आरोप लगाया है कि उन्होंने इस तरह का लिखित आदेश जारी करने से पहले अपने सहयोगी जजों तक से परमर्श नहीं किया। यहां तक कि सुनवाई करने वाली दो सदस्यीय पीठ को भी इस आदेश के जारी करने से पहले कोई जानकारी नहीं दी गई। इस आदेश की प्रतिलिपि जूनियर जजों को तो भेज दी गई, लेकिन सीनियर जजों को विश्वास में नहीं लिया। इस आदेश पर न तो हस्ताक्षर किए गए और न ही इसको सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड किया गया। सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जज ने कहा कि अब न्याय पालिका को कमजोर किया जा रहा है।