पाकिस्तान में फर्जी लाइसेंस घोटाले में 193 पायलटों को कारण बताओ नोटिस, कई हो चुके हैं निलंबित
पाकिस्तान में पायलट लाइसेंस घोटाला 22 मई को कराची में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की जांच में सामने आया था।
इस्लामाबाद, प्रेट्र। पाकिस्तान में फर्जी लाइसेंस घोटाले में 193 पायलटों को कारण बताओ नोटिस(Show Cause Notice) जारी किया गया है। सोमवार को एक मीडिया रिपोर्ट में पाकिस्तान के विमानन नियामक के हवाले से बताया गया कि 263 पायलटों की जांच प्रक्रिया पूरी करने के बाद फर्जी लाइसेंस होने के संदेह में 193 पायलटों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
पाकिस्तान में पायलट लाइसेंस घोटाला 22 मई को कराची में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की जांच में सामने आया था। इस दुर्घटना में 97 लोग मारे गए थे। जांच में पता चला कि पाकिस्तान के लगभग एक-तिहाई पायलटों ने परीक्षा में चीटिंग की, लेकिन फिर भी पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (CAA) से उन्हें लाइसेंस दे दिया गया। विमानन मंत्री द्वारा पायलटों के फर्जी दस्तावेजों के बारे में उड्डयन मंत्री के खुलासे के बाद देश के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (CAA) को 21 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट द्वारा पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) के पायलटों के खिलाफ जांच पूरी करने का काम सौंपा गया था।
डॉन न्यूज ने बताया कि नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने 262 पायलटों के रिकॉर्ड की जांच प्रक्रिया पूरी करने के बाद 193 को कारण बताओ नोटिस जारी किए। जांच बोर्ड ने 850 पायलटों को संदिग्ध पाया, जिसमें से 262 लाइसेंस संदिग्ध पाए गए। सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि बोर्ड ने सभी 262 पायलटों के खिलाफ जांच की, जबकि संघीय मंत्रिमंडल ने इन 262 में से 28 पायलटों के लाइसेंस रद्द करने को मंजूरी दी थी।
एक जानकारी के मुताबिक, जिन 193 पायलटों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे उनमें से 140 ने अपने जवाब दे दिए दिए हैं और उन्हें जांच कमेटी द्वारा अपने पदों की व्याख्या करने के लिए बैचों में बुलाया जा रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शेष पायलटों को नोटिस नहीं भेजे जा सकते क्योंकि कुछ पायलटों के नाम और उनके पंजीकरण या संदर्भ संख्या में तकनीकी गलतियां थीं, जिन्हें ठीक किया जा रहा है।