अफगानिस्तान पर एनएसए स्तरीय वार्ता में पाकिस्तान के शामिल होने पर संशय, भारत में होना है आयोजन
पाकिस्तान ने नई दिल्ली में आयोजित होने वाले अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा करने के लिए एशियाई क्षेत्र के एनएसए के सम्मेलन में हिस्सा लेने पर अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। वह अगले हफ्ते इसपर फैसला ले सकता है।
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान ने नई दिल्ली में आयोजित होने वाले अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा करने के लिए एशियाई क्षेत्र के एनएसए के सम्मेलन में हिस्सा लेने पर अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। वह अगले हफ्ते इसपर फैसला ले सकता है। शनिवार को पाकिस्तान के एक स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी। भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। भारत ने औपचारिक रूप से सम्मेलन के लिए रूस, ईरान, चीन, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के एनएसए को आमंत्रित किया है। द नेशन ने विदेश कार्यालय के सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि पाकिस्तान के एनएसए मोइद यूसुफ को प्रस्तावित सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
द नेशन के अनुसार पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि हमने अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा के लिए भारत निमंत्रण पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। सम्मेलन में भाग लेना है नहीं? इसे लेकर जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा। हालांकि, अखबार ने इस्लामाबाद में सूत्रों का हवाला से बताया कि अगले सप्ताह तक सम्मेलन पर निर्णय लिया जा सकता है। अगर पाकिस्तान इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए सहमत होता है तो उसके मौजूदा एनएसए यूसुफ की यह पहली भारत यात्रा होगी।
जानकारी के अनुसार इस सम्मेलन का स्वरूप वैसा ही होगा, जैसा वषर्ष 2019 में ईरान में आयोजित क्षेत्रीय सुरक्षा सम्मेलन का रहा था। भारत अप्रैल में ही अफगानिस्तान पर सम्मेलन का आयोजन करने वाला था, लेकिन पहले कोविड--19 की वजह से और बाद में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के कारण इसे मूर्त रूप नहीं दिया जा सका।
बता दें कि अफगानिस्तान पर हाल ही में संपन्न मास्को फार्मेट बैठक में भारत ने भाग लिया था। हालांकि, दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने इतर कोई बैठक नहीं की। इसके अलावा भारत 27 अक्टूबर को अफगानिस्तान पर ईरान द्वारा आयोजित विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में भाग नहीं लेगा।