MQM के कार्यकर्ता शाहिद अजीज की कराची सेंट्रल जेल में मौत, 2017 में अवैध रूप से किए गए थे गिरफ्तार

मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) के कार्यकर्ता शाहिद अजीज की कराची सेंट्रल जेल में मौत हो गई है। जेल के अधिकारियों पर उन्हें यातना देकर मौत के घाट उतारने का आरोप लगा है। उन्हें 2017 में अवैध रूप से गिरफ्तार किया गया था।

By TaniskEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 01:29 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 01:29 PM (IST)
MQM के कार्यकर्ता शाहिद अजीज की कराची सेंट्रल जेल में मौत, 2017 में अवैध रूप से किए गए थे गिरफ्तार
MQM के कार्यकर्ता शाहिद अजीज की कराची सेंट्रल जेल में मौत।

इस्लामाबाद, एएनआइ। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) के कार्यकर्ता शाहिद अजीज की कराची सेंट्रल जेल में मौत हो गई है। जेल के अधिकारियों पर उन्हें यातना देकर मौत के घाट उतारने का आरोप लगा है। उन्हें 2017 में अवैध रूप से गिरफ्तार किया गया था। चार साल से अधिक समय से जेल में बंद रहे अजीज ने कथित तौर पर आधिकारियों के यातना के कारण दम तोड़ दिया। 50 वर्षीय अजीज एमक्यूएम के शाह फैसल कॉलोनी सेक्टर के कार्यकर्ता थे।

समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार अधिकारियों ने कई महीनों तक शाहिद अजीज की गिरफ्तारी को छुपाया और उन्हें एक अज्ञात डिटेंशन सेंटर में रखा। बाद में, उनकी गिरफ्तारी की जानकारी दी गई और कई फर्जी आरोपों के तहत कराची सेंट्रल जेल ले जाया गया। वह बिना किसी कानूनी आरोप के पूरे चार साल जेल में बंद रहे।  किसी भी तरह की असामाजिक गतिविधियों में उनकी संलिप्तता को साबित नहीं हो सकी।

यातना के कारण, उनकी शारीरिक स्थिति दिन-पर-दिन बिगड़ती गई

जेल में अधिकारियों की कथित यातना के कारण, उनकी हालत दिन-पर-दिन बिगड़ती गई। इसके बाद भी उन्हें चिकित्सा सहायता से वंचित रखा गया। दो महीने पहले उन्हें जेल से निकाल कर 15 दिन के रिमांड पर लिया गया था। इस 15 दिन की हिरासत में उन्हें काफी शारीरिक प्रताड़ना दी गई। इसके बाद उन्हें एक बार फिर जेल भेज दिया गया।

एमक्यूएम और मोहजीर लोगों के खिलाफ देश में इसी तरह से बर्बर कार्रवाई हो रही है- अल्ताफ हुसैन

एमक्यूएम के संस्थापक और नेता अल्ताफ हुसैन ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों की हिरासत में अजीज की मौत की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि एमक्यूएम और मोहजीर लोगों के खिलाफ देश में लगातार इसी तरह से बर्बर कार्रवाई हो रही है। हुसैन ने संयुक्त राष्ट्र, एमनेस्टी इंटरनेशनल, ह्यूमन राइट्स वॉच और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों से मामले की संज्ञान लेने की अपील की है।

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