अफगान सुरक्षा बलों के समर्थन में खड़े होने लगे मिलीशिया ग्रुप, पाकिस्‍तान परेशान- कही यह बात

अफगानिस्तान में हिंसा की वारदातों के बीच तालिबान तेजी से अपना विस्तार कर रहा है। पिछले 24 घंटे के अंदर उसने चार और जिलों पर कब्जा कर लिया। उधर तालिबान से लड़ने के लिए अफगान सेना के समर्थन में मिलीशिया ग्रुपों ने भी हथियार उठा लिए हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sun, 11 Jul 2021 06:17 PM (IST) Updated:Mon, 12 Jul 2021 12:26 AM (IST)
अफगान सुरक्षा बलों के समर्थन में खड़े होने लगे मिलीशिया ग्रुप, पाकिस्‍तान परेशान- कही यह बात
तालिबान से लड़ने के लिए अफगान सेना के समर्थन में मिलीशिया ग्रुपों ने भी हथियार उठा लिए हैं।

काबुल, एजेंसियां। अफगानिस्तान में हिंसा की वारदातों के बीच तालिबान तेजी से अपना विस्तार कर रहा है। पिछले 24 घंटे के अंदर उसने चार और जिलों पर कब्जा कर लिया। इसमें कंधार का एक अहम जिला शामिल है। तालिबान से लड़ने के लिए अफगान सेना के समर्थन में मिलीशिया ग्रुपों ने भी हथियार उठा लिए हैं। अफगान सेना को मिल रहे समर्थन से पाकिस्‍तान के हाथ पांव फूलने लगे हैं। उसने इस पर चिंता जताई है।

तालिबान ने चार जिलों पर जमाया कब्‍जा

टोलो न्यूज के अनुसार पिछले 24 घंटे में तालिबान ने परवान प्रांत के सुरखी परसा और शेख अली जिलों के साथ ही कंधार के शोरबक और लगमन प्रांत के अलीशेंग जिले पर कब्जा कर लिया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उत्तरी अफगानिस्तान में कुंदुज प्रांत के दो जिलों अली अबाद और बदख्शान प्रांत के यफ्ताल को सुरक्षा बलों ने तालिबान के कब्जे से मुक्त करा लिया है।

सुरक्षा बलों ने मार गिराए 18 आतंकी

तालिबान ने ताखर प्रांत के तालुकान शहर पर कब्जा करने का प्रयास किया। इसमें 18 आतंकी मारे गए। इसी तरह तालिबान ने गजनी की कई सुरक्षा चौकियों पर हमले किए। सुरक्षा बलों ने तालिबानी आतंकियों को खदेड़ दिया। अफगानिस्तान ने खोस्त प्रांत में नए अंतरराष्‍ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया है। इसके उद्घाटन में राष्ट्रपति अशरफ गनी भी मौजूद थे।

तालिबान के खिलाफ खड़े हुए मिलिशिया ग्रुप

पूर्व मुजाहिदीन नेता और जमात-ए-इस्लामी के वरिष्ठ सदस्य इस्माइल खान ने मिलीशिया ग्रुप को अफगान सरकार की मदद में हथियार बंद होकर खड़े हो जाने की अपील की है। इस्माइल खान ने 2001 में तालिबान को देश से खदेड़ने में मदद की थी। इससे तालिबान के खिलाफ लड़ाकों का तैयार होना शुरू हो गया है।

बेचैन हुआ पाकिस्‍तान, कही यह बात

पाकिस्तान के काबुल में दूत मंसूर अहमद खान ने कहा है कि तालिबान के खिलाफ अफगानिस्तान में जगह-जगह मोर्चा लेने को तैयार हो रहे मिलीशिया ग्रुप चिंता का सबब बन गए हैं। इससे हिंसाग्रस्त देश गृह युद्ध की ओर बढ़ रहा है।

चीन बोला- अफगान समस्या का मुख्य अपराधी अमेरिका

एएनआइ के अनुसार चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि अफगान समस्या का मुख्य अपराधी अमेरिका है। अमेरिका ने अपनी सेना की वापसी बिना किसी योजना के बना ली, जिसके कारण हिंसाग्रस्त देश में गृह युद्ध के आसार बन गए हैं।

चीन बुला रहा बैठक

इधर पाकिस्तानी प्रकाशन ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि चीन के विदेश मंत्री अफगान समस्या पर वार्ता करने के लिए भारत, रूस, पाकिस्तान सहित मध्य एशिया के देशों के साथ शंघाई कोआपरेशन आर्गनाइजेशन की अगले सप्ताह बैठक बुला रहे हैं।

चीन ने अपने नागरिकों को वापस बुलाया

हिंसा बढ़ने के साथ ही चीन ने अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकालना शुरू कर दिया है। एक विशेष फ्लाइट के जरिए ऐसे यात्रियों को चीन ले जाया गया। चीन में उतरे यात्रियों में से 22 लोग कोरोना पाजिटिव मिले हैं।

पाकिस्तान शांति प्रक्रिया का सूत्रधार, गारंटर नहीं

समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार पाकिस्तान की सेना के मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने कहा है कि पाक अफगान में शांति प्रक्रिया का सूत्रधार है, लेकिन गारंटर नहीं है। वर्तमान हालात से शरणार्थी संकट पैदा हो गया है। पाक ने पहले ही इसकी योजना तैयार कर ली है।

पाक में शव यात्रा में तालिबानी झंडे लहराए गए

समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार पेशावर में एक शव यात्रा में शामिल लोगों ने इस्लामिक अमीरात आफ अफगानिस्तान यानी तालिबान के झंडे लहराए। यहां तालिबान के समर्थन में नारेबाजी भी की गई। पुलिस के आईजी मोहज्जम जहान अंसारी ने बताया कि तालिबान समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। 

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