पाकिस्‍तान में बेरोजगारी दर सबसे उच्‍चतम स्‍तर पर, चपरासी के 1 पद के लिए 15 लाख लोगों ने किया आवेदन

पाकिस्‍तान में इमरान खान लोगों को रोजगार देने में विफल साबित हुई है। पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स (पीआईडीई) के आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान में बेरोजगारी दर 16 फीसद तक पहुंच गई है जो इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार के 6.5 फीसद के दावे के विपरीत है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 07:41 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 09:24 PM (IST)
पाकिस्‍तान में बेरोजगारी दर सबसे उच्‍चतम स्‍तर पर, चपरासी के 1 पद के लिए 15 लाख लोगों ने किया आवेदन
पाकिस्‍तान में इमरान खान सरकार लोगों को रोजगार देने में विफल साबित हुई है

इस्‍लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्‍तान में इमरान खान सरकार लोगों को रोजगार देने में विफल साबित हुई है। हालांकि, इमरान सरकार को युवाओं को आतंकियों के दस्‍ते बनाने में ज्‍यादा दिलचस्‍पी है। सोमवार को पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स (पीआईडीई) के आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान में बेरोजगारी दर 16 फीसद तक पहुंच गई है, जो इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार के 6.5 फीसद के दावे के विपरीत है।

पाकिस्‍तान में 24 फीसद शिक्षित लोग बेरोजगार

डान अखबार के अनुसार, पीआईडीई ने बेरोजगारी की बढ़ती दर की एक गंभीर तस्वीर को उजागर किया है और कहा है कि देश में इस समय कम से कम 24 फीसद शिक्षित लोग बेरोजगार हैं। योजना और विकास पर सीनेट की स्थायी समिति को अपनी ब्रीफिंग में, पीआईडीई ने कहा कि देश भर में 40 फीसद शिक्षित महिलाएं (स्नातक से कम या स्नातक) भी बेरोजगार थीं।

बेहतर नौकरी नहीं मिलने पर लेते हैं एमफिल में दाखिला

पीआइडीई के अधिकारियों ने बताया कि कुछ शिक्षित लोग पढ़ाई जारी रखने के लिए एमफिल की पढ़ाई में दाखिला लेते हैं क्योंकि वे बेहतर नौकरी पाने के लिए संघर्ष करते हैं। इसने बेरोजगारी दर को भी कम कर दिया क्योंकि उन्हें आंकड़ों में शामिल नहीं किया गया है।

चपरासी की नौकरी के लिए 15 लाख लोगों ने किया आवेदन

अधिकारियों का हवाला देते हुए डान अखबार ने आगे बताया कि हाल में विज्ञापित एक उच्च न्यायालय में एक चपरासी के पद के लिए कम से कम 15 लाख लोगों ने आवेदन किया था। अधिकारियों ने कहा कि नौकरी के लिए आवेदन करने वालों में एमफिल डिग्री धारक भी शामिल रहे। पीआईडीई के अधिकारियों ने कहा कि सरकार के स्तर पर कोई शोध नहीं किया जा रहा है, यह कहते हुए कि इस तरह के सभी अध्ययन विदेशों से किए गए। समिति ने कहा कि देश में कई शोध संस्थान चल रहे हैं, लेकिन शोध के उद्देश्य पूरे नहीं हो रहे हैं।

सरकार के दावों के मुताबिक 6.9 फीसद फीसद बेरोजगारी

इस बीच पाकिस्तान की सांख्यिकी ब्यूरो (पीबीएस) द्वारा प्रकाशित श्रम बल सर्वेक्षण (एलएफएस) के अनुसार, 2017-18 में पाकिस्तान की बेरोजगारी 5.8 फीसद बेरोजगारी से बढ़कर 2018-19 में 6.9 फीसद हो गई है।

पाकिस्‍तान में लगातार बढ़ रही है बेरोजगारी

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सत्ता में आने पहले वर्ष में पुरुषों और महिलाओं दोनों के मामले में बेरोजगारी में वृद्धि देखी गई, पुरुष बेरोजगारी दर 5.1 फीसद से बढ़कर 5.9 फीसद और महिला बेरोजगारी दर 8.3 फीसद से बढ़कर 10 फीसद हो गई। डान ने यह जानकारी दी। 

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