पाकिस्तान में ईसाई युवक को पांच साल बाद मिली जमानत, 16 साल की उम्र में किया गया था गिरफ्तार

इस एफआइआर के आधार पर लाहौर से 50 किलोमीटर दूर कसूर शहर में नबील को जब गिरफ्तार किया गया था तब वह महज 16 साल का था। उसे वाट्सएप ग्रुप पर ईशनिंदा सामग्री साझा करने के आरोप में पकड़ा गया था।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 06:34 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 06:34 PM (IST)
पाकिस्तान में ईसाई युवक को पांच साल बाद मिली जमानत, 16 साल की उम्र में किया गया था गिरफ्तार
मौलवियों और स्थानीय लोगों के दबाव में दर्ज हुई थी एफआइआर

लाहौर, प्रेट्र। पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में करीब पांच साल से जेल में बंद एक ईसाई युवक को अब जाकर जमानत मिली है। उसे बगैर ट्रायल के ही इतने समय तक जेल में रखा गया।

लाहौर हाई कोर्ट ने सोमवार को नबील मसीह की जमानत मंजूर की। सुनवाई के दौरान नबील के वकील ने कोर्ट से कहा, 'मेरा मुवक्विल करीब पांच वर्षो से सलाखों के पीछे है और उसके ट्रायल में कोई प्रगति नहीं हुई है। फारेंसिक रिपोर्ट से भी यह साबित हो चुका है कि वाट्सएप ग्रुप पर डाला गया कथित ईशनिंदा पोस्ट नबील ने तैयार नहीं किया था। उस समय वह नाबालिग था। ऐसा लगता है कि मौलवियों और स्थानीय लोगों के दबाव में पुलिस ने नबील पर एफआइआर दर्ज की थी।'

इस एफआइआर के आधार पर लाहौर से 50 किलोमीटर दूर कसूर शहर में नबील को जब गिरफ्तार किया गया था, तब वह महज 16 साल का था। उसे वाट्सएप ग्रुप पर ईशनिंदा सामग्री साझा करने के आरोप में पकड़ा गया था।

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में ईशनिंदा पर सख्त कानून बनाए गए हैं। ईशनिंदा के आरोपित व्यक्ति को अपनी पसंद का वकील तक मुहैया नहीं हो पाता है। ज्यादातर वकील ऐसे संवेदनशील मामलों को लेने से इन्कार कर देते हैं।

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