पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में प्राइमरी स्कूल फिर से खुलने पर हो सकती है देरी!

पकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में प्राइमरी स्कूल को फिर से खोलने पर देरी हो सकती है क्योंकि प्रांत में पिछले 10 दिनों में 427 नए मामले दर्ज किए हैं। दा इंटरनेशनल न्यूज पोर्टल ने रेडियो पाकिस्तान के हवाले से इसकी जानकारी दी।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 09:52 AM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 10:09 AM (IST)
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में प्राइमरी स्कूल फिर से खुलने पर हो सकती है देरी!
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में प्राइमरी स्कूल को फिर से खोलने पर हो सकती है देरी!

क्वेटा, आइएएनएस। पकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में प्राइमरी स्कूल को 30 सितंबर को खोला जाना था, लेकिन प्रांत में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए देरी होने की संभावना जताई जा रही है। प्रांत कि सरकार ने आगामी राष्ट्रीय कमान और संचालन (NCOC) की बैठक में प्रस्ताव रखा है कि प्राथमिक स्कूलों को फिर से खोलने पर देरी की जाए क्योकिं प्रत्येक दिन यहां पर कोरोना के मामले बढ़ रहे है। 

समीक्षा के बाद लिया जाएगा फैसला

डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता लियाकत शाहवानी ने कहा कि संघीय शिक्षा मंत्री शफकत महमूद ने घोषणा करते हुए कहा है कि प्रांत में प्राथमिक स्कूल पर 29 सितंबर तक कोई निर्णय लिया जाएगा। इस पर समीक्षा करने के बाद ही कोई फैसला किया जाएगा। 

15 अक्टूबर तक ना खोले जाए स्कूल

मंत्री ने कहा कि 30 सितंबर से 15 अक्टूबर तक प्रांत में स्कूल को ना खोला जाए क्योंकि प्रांत में पिछले 10 दिनों के भीतर 427 नए मामले सामने आए हैं। बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता लियाकत शाहवानी ने बताया कि प्रांत में कोरोना संक्रमण से बचने के फेस मास्क पहनना अनिवार्य है यदि कोई भी व्यक्ति स्कूल में मास्क इन नियम का अनुसरण नहीं करता है तो उसे जुर्माना भरना होगा। बता दें कि इससे पहले एनसीओसी की बैठक में मंगलावर को सैंकडरी स्कूल को 23 सितंबर से फिर से खोलने का फैसला किया गया था। 

बात करें पूरे पाकिस्तान की तो यहां पर प्रधानमंत्री इमरान खान ने छठी से आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल को फिर से खोलने के आदेश दिए थे। महामारी की वजह से स्कूल करीब छह महीनों से बंद थे। बता दें कि पाकिस्तान में तीन लाख से ज्यादा लोग करोना संक्रमित हो चुके हैं। सख्त पाबंदियों के साथ मानक संचालन प्रक्रियाओं के पालन करने के आदेश दिए गए हैं। इस दौरान  छात्रों, शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा और और फेस मास्क लगाना होगा। इसके साथ ही समय समय पर सैनिटाइजर का इस्तेमामल करना होगा। 

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