पाकिस्तान : बलूचिस्तान में पाक सेना पर हुआ आतंकवादी हमला, एक सैनिक की मौत

बलूचिस्तान पाकिस्तान का एक संसाधन संपन्न लेकिन सबसे कम विकसित प्रांत है जहां पिछले कई दशकों से आजादी के लिए आंदोलन चल रहा है। यहां कई बलूच लोगों का ऐसा मानना ​​है कि यह क्षेत्र 1947 से पहले आजाद था और पाकिस्तान ने जबरन इस पर कब्जा कर लिया था।

By Neel RajputEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 12:18 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 12:18 PM (IST)
पाकिस्तान : बलूचिस्तान में पाक सेना पर हुआ आतंकवादी हमला, एक सैनिक की मौत
बलूचिस्तान में आतंकवादियों की तलाश के लिए एक ऑपरेशन शुरू

इस्लामाबाद, एएनआइ। बलूचिस्तान में पाक सेना पर हुए एक आतंकी हमले में एक सैनिक की मौत हो गई है। बलूचिस्तान के तुर्बत शहर के पास तैनात सेना के जवानों पर गुरुवार को छोटे हथियारों से हमले किए गए, इस हमले में पाकिस्तान का एक जवान मारा गया है। जियो न्यूज ने पाकिस्तान सशस्त्र बलों के मीडिया विंग के हवाले से बताया कि आतंकवादियों की तलाश के लिए एक ऑपरेशन लांच किया गया है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने कहा, 'राष्ट्र विरोधी ताकतों द्वारा समर्थित, शत्रुतापूर्ण तत्वों द्वारा इस तरह की कायरतापूर्ण हरकतें बलूचिस्तान में कड़ी मेहनत से बनाई गई शांति और समृद्धि को खराब नहीं कर सकती हैं।'

आगे कहा गया, 'सुरक्षा बल अपना खून और जान लगाकर दुशमनों के नापाक मंसूबों को बेअसर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।' पिछले महीने बलूचिस्तान में एक ही दिन में हुए दो आतंकवादी हमलों में चार पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे और आठ अन्य जख्मी हो गए थे। हाल ही में, इस क्षेत्र में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और बलूच विद्रोहियों के बीच तनाव तेज हो गया है। बलूचिस्तान पाकिस्तान का एक संसाधन संपन्न लेकिन सबसे कम विकसित प्रांत है जहां पिछले कई दशकों से आजादी के लिए आंदोलन चल रहा है। यहां कई बलूच लोगों का ऐसा मानना ​​है कि यह क्षेत्र 1947 से पहले आजाद था और पाकिस्तान ने जबरन इस पर कब्जा कर लिया था। अपनी 2020 कंट्री रिपोर्ट्स ऑन ह्यूमन राइट्स में, अमेरिकी विदेश विभाग ने पाकिस्तान में महत्वपूर्ण मानवाधिकार मुद्दों पर प्रकाश डाला है, जिसमें सरकार द्वारा पश्तून, सिंधी और बलूच मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को जबरन गायब करना भी शामिल है।

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