अपने बच्चों के साथ अफगान जेलों में बंद पाकिस्तानी महिलाएं, IS जैसे खूंखार आतंकी संगठनों से हैं रिश्ते

देश के एक आंतरिक दस्तावेज से सामने आया है कि इस्लामिक स्टेट के कथित स्थानीय संगठन आइएस-खोरासन के साथ रिश्ते के कारण महिलाओं को हिरासत में लिया गया है। पिछले महीने अधिकारियों ने काबुल में पुल-ए-चार्खी जेल का दौरा किया था जहां पाकिस्तानी महिलाएं अपने बच्चों के साथ बंद हैं।

By Neel RajputEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 08:30 AM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 08:30 AM (IST)
अपने बच्चों के साथ अफगान जेलों में बंद पाकिस्तानी महिलाएं, IS जैसे खूंखार आतंकी संगठनों से हैं रिश्ते
पाकिस्तानी अधिकारियों ने किया काबुल में पुल-ए-चार्खी जेल का दौरा

इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान के इस दावे के विपरीत कि उसके लोगों के अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकी समूहों से कोई रिश्ता नहीं है, करीब 24 पाकिस्तानी महिलाएं अपने बच्चों के साथ वहां की जेलों में बंद हैं। इस्लामिक स्टेट के कथित स्थानीय संगठन आइएस-खोरासन के साथ रिश्ते के कारण महिलाओं को हिरासत में लिया गया है। पाकिस्तान सरकार के एक आंतरिक दस्तावेज से यह जानकारी सामने आई है।

दक्षिण एशिया प्रेस के मुताबिक, अफगानिस्तान में पाकिस्तान के दूतावास ने देश के विदेश मंत्रालय को पत्र लिख कर यह देखने के लिए कहा है कि कैसे पाकिस्तानी महिलाएं आतंकी गतिविधियों के लिए अफगानिस्तान के विभिन्न हिस्सों में हिरासत में ली गई हैं। पिछले महीने पाकिस्तानी अधिकारियों ने काबुल में पुल-ए-चार्खी जेल का दौरा किया था। इस जेल में पाकिस्तानी महिलाएं अपने बच्चों के साथ बंद हैं।

दक्षिण एशिया प्रेस की रिपोर्ट में कहा गया, 'ये सभी महिलाएं और उनके बच्चे दाएश से संबद्ध कैदी हैं। बयान से उनके नाम और पाकिस्तान में उनके पते की भी जानकारी मिलती है।'

यह रिपोर्ट पाकिस्तान सरकार के दावे का खंडन करती है। पाकिस्तान सरकार का दावा है कि इस्लामिक स्टेट देश में सक्रिय नहीं है और सरकार लोगों को आतंकी समूहों में शामिल होने के लिए सीमा पार कर अफगानिस्तान जाने की अनुमति नहीं देती है।

chat bot
आपका साथी