उत्तर पश्चिमी पाकिस्‍तान के बाजार में ब्‍लास्‍ट, 20 घायल; अफगान सेना के हवाई हमले में 45 की मौत

परचिनार शहर के तुरी बाजार में बम धमाका उस समय हुआ जब एक गाड़ी पर रखे गए विस्फोटक उड़ गए क्योंकि लोग किराने और सब्जी खरीदने में व्यस्त थे।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 23 Jul 2020 07:17 PM (IST) Updated:Fri, 24 Jul 2020 01:33 AM (IST)
उत्तर पश्चिमी पाकिस्‍तान के बाजार में ब्‍लास्‍ट, 20 घायल; अफगान सेना के हवाई हमले में 45 की मौत
उत्तर पश्चिमी पाकिस्‍तान के बाजार में ब्‍लास्‍ट, 20 घायल; अफगान सेना के हवाई हमले में 45 की मौत

 पेशावर, प्रेट्र। उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान में एक जनजातीय जिले में एक व्यस्त खुले बाजार में गुरुवार को एक ब्‍लास्‍ट हुआ, जिससे कम से कम 20 लोग घायल हो गए। परचिनार शहर के तुरी बाजार में बम धमाका उस समय हुआ, जब एक गाड़ी पर रखे गए विस्फोटक में विस्फोट हो गए, क्योंकि लोग किराने और सब्जी खरीदने में व्यस्त थे। पुलिस ने कहा कि 20 से अधिक लोग घायल हैं। परचिनार खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में कुर्रम जिले की राजधानी है। धमाके के तुरंत बाद, सुरक्षा बल और बचाव दल मौके पर पहुंचे। घायलों को जिला मुख्यालय अस्पताल पहुंचाया गया।

सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर ली है और तलाशी अभियान शुरू किया है। किसी ने तुरंत हमले की जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन यह क्षेत्र सुन्नियों और शियाओं के बीच सांप्रदायिक झड़पों के लिए जाना जाता है। हमले के विरोध में लोगों ने सभी तरह के यातायात के लिए मुख्य राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया और पैराशीनर प्रेस क्लब के सामने विरोध प्रदर्शन किया। 

अफगान सेना के हवाई हमले में 45 की मौत, इनमें आठ बेकसूर की भी मौत

हेरात। अफगानिस्तान में हवाई हमला तो आतंकियों को ठिकाने लगाने के लिए किया गया था, लेकिन कुछ बेगुनाहों को भी जान से हाथ धोना पड़ा। कुल 45 जानें गईं। इनमें आठ आम नागरिक निकले। अमेरिका ने बेकसूर लोगों के मारे जाने पर गुस्से का इजहार किया है। अफगान सुरक्षाबलों ने बुधवार को हेरात प्रांत में हवाई हमले किए थे। गवर्नर अली अहमद फकीर यार के मुताबिक, मृतकों में आठ की पहचान आम नागरिक के रूप में हुई। रक्षा मंत्रालय ने घटना की जांच शुरू कर दी है।

अमेरिका के विशेष शांति दूत जालमे खलीलजाद ने निर्दोष लोगों के मारे जाने की निंदा की है। अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी सेना ने स्पष्ट किया है कि वह इन हमलों में शामिल नहीं थी।

अफगानिस्तान में स्थायी शांति बहाली के लिए इसी साल फरवरी में अमेरिका और आतंकी संगठन तालिबान के बीच समझौता हुआ था। अगले चरण की वार्ता अफगान सरकार और तालिबान के बीच होनी है। लेकिन यह अभी तक शुरू नहीं हो पाई है।

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