नेपाल में कोरोना से बदतर हालात, संक्रमितों की बढ़ती मौतों से छोटे पड़ने लगे श्मसान घाट
नेपाल में कोरोना महामारी की दूसरी लहर गहरा गई है। नतीजन इस घातक वायरस की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बड़ी संख्या में शवों के पहुंचने से श्मसान घाट छोटे पड़ने लगे हैं।
काठमांडू, पीटीआइ। नेपाल में कोरोना महामारी की दूसरी लहर गहरा गई है। नतीजन इस घातक वायरस की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बड़ी संख्या में शवों के पहुंचने से श्मसान घाट छोटे पड़ने लगे हैं। इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में गुरुवार को 214 मरीजों की मौत हुई। इससे मरने वालों की संख्या 4,466 हो गई है। इस दौरान आठ हजार से अधिक नए केस पाए जाने से संक्रमित लोगों की संख्या चार लाख 31 हजार से अधिक हो गई है।
नेपाली सेना के सूत्रों के अनुसार, काठमांडू घाटी में एक दिन में 100 से अधिक शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। जबकि पशुपति मंदिर से जुड़े शवदाह गृह के संयोजक सुभाष कार्की ने बताया कि इतनी बड़ी संख्या में शवों को पहले कभी नहीं देखा गया था। यहां दिन-रात शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। रातभर में 110 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। कई अन्य श्मसान घाटों पर भी तकरीबन यही स्थिति है।
इधर अमेरिकी अखबार 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में कोरोना के कहर से सबसे ज्यादा जूझने वाले अमेरिका में हालात सामान्य होने की दिशा में अहम कदम उठाया गया है। टीका लगवा चुके लोगों को सलाह दी गई है कि वे बगैर मास्क के बाहर निकल सकते हैं। यही नहीं शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना भी बंद कर सकते हैं। इस कदम को अमेरिका में महामारी के तकरीबन खत्म होने का संकेत माना जा रहा है।
मालूम हो कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य किया गया था। अमेरिकी जनस्वास्थ्य एजेंसी सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) ने यह सलाह उन लोगों को दी है, जिनका टीकाकरण पूरा हो चुका है। सीडीसी की निदेशक डॉ. रोशले वालेंसकी ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'अगर आपका टीकाकरण पूरा हो चुका है तो आप उसी तरह काम करना शुरू कर सकते हैं, जैसे महामारी से पहले करते थे।'