Coronavirus: कहां पैदा हुआ कोरोना वायरस, इसकी जांच के लिए आज चीन पहुंचेगी WHO की टीम

Coronavirus डब्ल्यूएचओ की दो सदस्यीय टीम कोरोना मामले की जांच के लिए चीन रवाना हो गई है। वह आज चीन पहुंचकर कोरोना की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए जांच करेगी।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 07:35 AM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 07:44 AM (IST)
Coronavirus: कहां पैदा हुआ कोरोना वायरस, इसकी जांच के लिए आज चीन पहुंचेगी WHO की टीम
Coronavirus: कहां पैदा हुआ कोरोना वायरस, इसकी जांच के लिए आज चीन पहुंचेगी WHO की टीम

जेनेवा, एजेंसी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की दो सदस्यीय टीम कोरोना मामले की जांच के लिए चीन रवाना हो गई है। यह टीम शनिवार को बीजिंग पहुंचेगी। विशेषषज्ञों की टीम कोरोना के स्रोत को लेकर जांच करेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित दुनिया के कई नेताओं ने यह आरोप लगाया गया है कि इस घातक वायरस की उत्पत्ति वुहान लैब से हुई है। डब्ल्यूएचओ की टीम इन्हीं आरोपों की जांच करेगी।

WHO के विशेषज्ञों की टीम को इजाजत

इससे पहले चीन ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति के बारे में पता लगाने के लिए WHO के विशेषज्ञों की टीम को बीजिंग आने की इजाजत दी थी। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिन (Zhao Lijian) ने कहा कि सरकार की सहमति के बाद विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (World Health Organization, WHO) बीजिंग में विशेषज्ञों की एक टीम भेजेगा जो कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच करेगी। मालूम हो कि अमेरिका समेत दुनिया के तमाम मुल्‍क कोरोना संक्रमण को दुनियाभर में फैलने देने को लेकर चीन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते रहे हैं।

चीन के कारण दुनिया को पहुंची भारी क्षति- ट्रंप

अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि चीन के कारण अमेरिका और बाकी दुनिया को भारी क्षति पहुंची है। उन्होंने कहा है कि चीन ने कोरोना वायरस की जानकारी दुनिया से छिपाई इसीलिए इसका प्रसार तेजी से हुआ। ट्रंप ने मंगलवार को ट्वीट किया कि जैसे-जैसे मैं पूरी दुनिया में महामारी का भद्दा रूप फैलते देख रहा हूं जिसमें अमेरिका को महामारी से हुई भारी क्षति भी शामिल है, वैसे-वैसे चीन के खिलाफ मेरा गुस्सा बढ़ता जाता है।

WHO से अलग हुआ अमेरिका

अमेरिका, विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) से औपचारिक रूप से अलग हो चुका है। ट्रंप प्रशासन ने आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव को अपने इस फैसले से अवगत करा दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोरोना महामारी से निपटने को लेकर डब्ल्यूएचओ की लगातार आलोचना करते रहे हैं। उन्होंने अप्रैल में ही उसकी फंडिग पर रोक लगा दी थी। उन्होंने डब्ल्यूएचओ को चीन का पक्षधर बताया है, साथ ही इस संगठन पर कई सवाल भी उठाए हैं। 

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