WHO अधिकारी बोले- विश्व स्तर पर हावी हो रहा है डेल्टा COVID वेरिएंट

स्वामीनाथन ने जिनेवा में संवाददाता सम्मेलन में कहा डेल्टा स्वरूप विश्व में कोविड-19 का सर्वाधिक प्रबल स्वरूप बनता जा रहा है क्योंकि इससे कहीं अधिक तेजी से संक्रमण का प्रसार होता है। डेल्टा ने भारत में दूसरी कोरोना लहर के दौरान जमकर उत्पात मचाया था।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 03:02 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 03:02 AM (IST)
WHO अधिकारी बोले- विश्व स्तर पर हावी हो रहा है डेल्टा COVID वेरिएंट
WHO अधिकारी बोले- विश्व स्तर पर हावी हो रहा है डेल्टा COVID वेरिएंट

जिनेवा, रायटर। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुख्य वैज्ञानिक ने शुक्रवार को कहा कि COVID-19 का डेल्टा संस्करण, जिसे पहली बार भारत में पहचाना गया था, इस बीमारी का विश्व स्तर पर प्रभाव बनता नजर आ रहा है। सौम्या स्वामीनाथन ने डब्ल्यूएचओ के प्रभावकारिता मानक को पूरा करने के लिए एक परीक्षण में क्योरवैक (5CV.DE) वैक्सीन की असफलता पर भी निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा कि इस अत्यधिक ट्रांसमिसिबल वेरिएंट के लिए अधिक शक्तिशाली वैक्सीन का जरूरत है।

ब्रिटेन ने डेल्टा संस्करण के साथ संक्रमण में भारी वृद्धि की सूचना दी है, जबकि जर्मनी के शीर्ष सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारी ने भविष्यवाणी की है कि टीकाकरण दरों में वृद्धि के बावजूद यह तेजी से प्रमुख संस्करण बन जाएगा। वहीं, क्रेमलिन ने भी मॉस्को में रिकॉर्ड नए संक्रमणों के पीछ नए डेल्टा संस्करण को जिम्मेवार बताया है। तीसरी लहर की आशंकाओं को जताया गया।

स्वामीनाथन ने जिनेवा में संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'डेल्टा स्वरूप विश्व में कोविड-19 का सर्वाधिक प्रबल स्वरूप बनता जा रहा है क्योंकि इससे कहीं अधिक तेजी से संक्रमण का प्रसार होता है।'

उन्होंने आगे कहा क्योरवैक ने इस स्वरूप के बारे में बताया। जर्मनी की यह वैक्सीन डब्लूएचओ के 50 फीसद सफल रहने के बैंचमार्क को भी पार नहीं कर सकी। क्लिनिकल ट्रायल के दौरान इस वैक्सीन की प्रभावशीलता केवल 47 फीसदी ही आंकी गई। कंपनी ने कहा कि उसने अपनी अध्ययन आबादी के भीतर कम से कम 13 प्रकारों का दस्तावेजीकरण किया है। बता दें कि भारत के अलावा ब्रिटेन, अमेरिका, रूस और सिंगापुर समेत दुनियाभर के कई देशों में डेल्टा वैरियंट ने तबाही मचाई हुई है।

डेल्टा ने भारत में दूसरी कोरोना लहर के दौरान जमकर उत्पात मचाया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसका 'डेल्टा' नामकरण किया है। इसे कोविड-19 का चिंताजनक स्वरूप करार दिया है। एम्स के ताजा अध्ययन में दावा किया गया है कि डेल्टा वैरिएंट कोविड-19 वैक्सीन की एक या दोनों खुराक ले चुके लोगों में भी पाया गया है। कोरोना वायरस के डेल्टा वैरियंट को वैज्ञानिक भाषा में B.1.617.2 के नाम से जाना जाता है।

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