यूरोप में कोरोना महामारी पर WHO की ब्रीफिंग, कोविड-19 वैक्सीनेशन व एहतियात के साथ स्कूलों के दोबारा खोलने पर बनी सहमति
2019 के अंत में चीन से शुरू हुए कोरोना महामारी का सफर अब तक जारी है और पूरी दुनिया इससे त्रस्त है। इस घातक महामारी से बचाव के लिए कोरोना वैक्सीन दी जा रही है लेकिन इस वायरस के नए वैरिएंट्स अधिक खतरनाक होते जा रहे हैं।
रॉयटर्स। यूरोप में कोरोना वायरस के अत्यधिक संक्रामक वैरिएंट डेल्टा की मौजूदगी में ही स्कूलों को खोला जा रहा है और लाखों बच्चे अपनी कक्षाओं में वापस लौट रहे हैं। इसके मद्देनजर सोमवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोपीय आफिस, यूनिसेफ (United Nations Children’s Fund) और सेंट्रल एशिया रिजनल ऑफिस ने स्कूलों को खोलने की वकालत की है। साथ ही वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए तमाम जरूरी उपायों को अपनाने के निर्देश दिए हैं।
LIVE: WHO briefing on COVID-19 in Europe https://t.co/IgCixzvjjI— Reuters (@Reuters) August 30, 2021
दिए गए निर्देशों के अनुसार, स्कूल जाने वाले 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों व शिक्षक-शिक्षिकाओं को कोरोना वैक्सीन लगवाने के साथ ही क्लासरूम संबंधित अनिवार्य उपाय करने को कहा गया है। इसके तहत अच्छे वेंटिलेशन, कम क्षमता के साथ क्लास, शारीरिक दूरी व बच्चों और स्टाफ की नियमित टेस्टिंग के लिए भी कहा है।
WHO (यूरोप) ने आज WHO के रीजनल डायरेक्टर (यूरोप) डाक्टर हंस हेनरी पी क्लूग व तकनीकी एक्सपर्ट के साथ प्रेस ब्रीफिंग का आयोजन किया। इसमें यूनिसेफ के डिप्टी रीजनल डायरेक्टर फिलिप कोरी (Philippe Cori) भी शामिल हुए।
ब्रीफिंग में क्लूग ने कहा, 'महामारी कोविड-19 के कारण इतिहास में शिक्षा के लिए यह बुरा दौर रहा। कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के क्रम में हमारी ओर से सलाह है कि पूरे एहतियात और सावधानी के साथ स्कूलों को खोला जाना चाहिए।' उन्होंने आगे कहा, 'वायरस के खिलाफ बचाव के लिए वैक्सीनेशन बेहतर उपाय है और महामारी के खात्मे के लिए हमें सभी देशों में कोरोना वैक्सीन में तेजी लाने की जरूरत है। साथ ही वैक्सीन प्रोडक्शन और डोज की शेयरिंग को भी समर्थन दिया जाए। हमें पब्लिक हेल्थ और सभी जरूरी कदमों को उठाने की जरूरत है।'
यूनिसेफ के फिलिप कोरी ने कहा, 'महामारी खत्म नहीं हुआ है। बच्चों और युवाओं का एक साल और बर्बाद होने का जोखिम लेना सही नहीं हैं। वैक्सीनेशन और बचाव के उपायों से महामारी के प्रकोप को लौटने से रोका जा सकता है।'