भारत से बाहर भी Whatsapp निशाने पर, ईयू कंज्यूमर शिकायतों में निजता को लेकर विरोध

वाट्सएप ने इस साल जनवरी में नई निजता नीति को लागू कर दिया था। इससे इसका कुछ डाटा फेसबुक और अन्य कंपनियों से साझा किया जाता। उसका कहना है कि इन बदलावों से यूजर को व्यापारिक संदेश मिलने में सुविधा होती है।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Mon, 12 Jul 2021 07:48 PM (IST) Updated:Mon, 12 Jul 2021 07:48 PM (IST)
भारत से बाहर भी Whatsapp निशाने पर, ईयू कंज्यूमर शिकायतों में निजता को लेकर विरोध
भारत से बाहर भी Whatsapp निशाने पर, ईयू कंज्यूमर शिकायतों में निजता को लेकर विरोध

ब्रुसेल्स, रायटर। फेसबुक की सहायक शाखा वाट्सएप ने सोमवार को अपनी नई निजता नीति को लेकर यूरोपीय उपभोक्ता संगठन और अन्य की शिकायतों के अंबार का सामना किया। सोशल नेटवर्किग साइट की इस नई नीति का पूरी दुनिया में विरोध हो रहा है। बल्कि बहुत यूजर तो वाट्सएप को छोड़कर प्रतिस्प‌र्द्धी टेलीग्राम और सिग्नल पर चले गए हैं।

वाट्सएप ने इस साल जनवरी में नई निजता नीति को लागू कर दिया था। इससे इसका कुछ डाटा फेसबुक और अन्य कंपनियों से साझा किया जाता। उसका कहना है कि इन बदलावों से यूजर को व्यापारिक संदेश मिलने में सुविधा होती है। और इससे निजी वार्तालाप प्रभावित नहीं होता है।

दूसरी ओर, यूरोपीय उपभोक्ता संगठन और आठ अन्य सदस्यों ने इन बदलावों की आलोचना करते हुए यूरोपीय आयोग और यूरोपियन नेटवर्क आफ कंज्यूमर अथारिटीज से शिकायतें की हैं। यूरोपीय उपभोक्ता संगठन ने कहा कि वाट्सएप गलत तरीके से यूजर्स को नई नीतियों को स्वीकार करने के लिए उन पर दबाव डाल रहा है। इस समूह ने अपने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि इन नोटिफिकेशंस की विषय सामग्री, प्रकृति और वैधता पर चयन का दबाव डाला जाता है। उनका कहना है कि वाट्सएप अपनी नीतियों को सामान्य भाषा में स्पष्ट करने में नाकाम रहा है। जबकि फेसबुक का कहना है कि उपभोक्ता संगठन ने इस मुद्दे को गलत तरीके से उठाया है।

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