वंदे भारत मिशन के तहत आइएनएस जलाश्व 700 भारतीयों को लेकर कोलंबो से स्वदेश रवाना

जिन लोगों को लाया जा रहा है उन्हें सवार होते समय नया मास्क उपलब्ध कराया गया है। इसके आगे उनके तूतीकोरिन पहुंचने तक रोज एक नया मास्क दिया जाएगा।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 07:00 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 07:08 PM (IST)
वंदे भारत मिशन के तहत आइएनएस जलाश्व 700 भारतीयों को लेकर कोलंबो से स्वदेश रवाना
वंदे भारत मिशन के तहत आइएनएस जलाश्व 700 भारतीयों को लेकर कोलंबो से स्वदेश रवाना

कोलंबो, एएनआइ। नौसेना का पोत आइएनएस जलाश्व 700 भारतीयों को लेकर कोलंबो से रवाना हो गया है। विदेश में फंसे भारतीयों की वापसी के लिए जारी वंदे भारत मिशन के तहत समुद्र सेतु अभियान के दूसरे चरण में श्रीलंका से भारतीय नागरिकों को लाया जा रहा है। सोमवार सुबह पोत कोलंबो बंदरगाह पहुंचा और वहां से यात्रियों को लेकर तमिलनाडु के तूतीकोरिन के लिए रवाना हो गया। इसके बाद यह पोत मालदीव के माले से भी 700 लोगों को तूतीकोरिन लाएगा।

शारीरिक दूरी और हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए पोत को रेड, आरेंज और ग्रीन जोन में बांटा गया है। कमांडर गौरव दुर्गपाल ने कहा कि कोविड-19 को लेकर सुरक्षा दिशानिर्देश और उसके लिए प्रोटोकॉल नौसेना मुख्यालय ने जारी किया है और उसका पालन किया जा रहा है। पूरे पोत को तीन जोन में बांटा गया है। रेड जोन में सभी यात्रियों को ठहराया गया है। आरेंज जोन में लाए जा रहे लोगों का ध्यान रखने वाले कर्मचारी हैं और ग्रीन जोन वह क्षेत्र है जहां अधिकारी और नाविक ठहरे हुए हैं।

जिन लोगों को लाया जा रहा है उन्हें सवार होते समय नया मास्क उपलब्ध कराया गया है। इसके आगे उनके तूतीकोरिन पहुंचने तक रोज एक नया मास्क दिया जाएगा। हेल्प डेस्क और मेडिकल डेस्क पर हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध है।

वंदे भारत मिशन के तहत कुवैत से लाए गए 116 लोग

वही, दूसरी ओर कोरोना वायरस के चलते कुवैत में फंसे 116 लोगों को वंदे भारत मिशन के तहत सोमवार तड़के चार्टर्ड प्लेन से अमृतसर एयरपोर्ट लाया गया। फ्लाइट ने करीब 3.30 बजे श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लैंड किया। एयरपोर्ट पर तैनात नायब तहसीलदार जगसीर सिंह ने बताया कि सभी यात्रियों की मेडिकल स्क्रीनिंग करने के बाद बसों के जरिए उनके गृह जिले में भेज दिया गया। इनमें चार-पांच लोग ही अमृतसर के थे, जिन्हें क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया है।

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