चर्च पर हमले से नीस के लोगों में आक्रोश, पूछ रहे सवाल; क्यों उन्हीं को फिर बनाया गया निशाना
नीस के जिस चर्च में गुरुवार को एक ट्यूनीशियाई ने हमला किया था वहां शुक्रवार को बड़ी संख्या में लोग जमा हुए और हमले में मारे गए लोगों को याद किया। कई लोगों ने कहा कि उनमें गुस्सा है और वे उन लोगों के खिलाफ लड़ना चाहते हैं
पेरिस, रायटर। चर्च पर आतंकी हमले का सामना करने वाले फ्रांस के नीस शहर के लोगों में आक्रोश है। कई लोग यह पूछ रहे हैं कि उन्हीं को फिर क्यों निशाना बनाया गया है? चार साल पहले भी यह शहर आतंकी हमले का दंश झेल चुका है। उस वक्त भी ट्यूनीशिया के ही एक आतंकी ने चर्च के समीप भीड़ में ट्रक दौड़ा दिया था। इसमें 80 लोगों से ज्यादा की जान गई थी। उस समय लोग आतिशबाजी देखने के लिए जमा हुए थे।
नीस के जिस चर्च में गुरुवार को एक ट्यूनीशियाई ने हमला किया था, वहां शुक्रवार को बड़ी संख्या में लोग जमा हुए और हमले में मारे गए लोगों को याद किया। कई लोगों ने कहा कि उनमें गुस्सा है और वे उन लोगों के खिलाफ लड़ना चाहते हैं, जो दोष देने में यकीन करते हैं। चार साल पहले इसी चर्च के समीप हुए हमले की दुखदायी यादें ताजा हो गई हैं।
नीस में रहने वाले 38 साल के फ्रेंकोइस बोंसन ने कहा, 'बहुत हो गया है। हम उन विदेशी लोगों के बीच रहने को विवश हैं, जो हम पर और फ्रांस पर थूक रहे हैं।' जबकि शहर के मेयर क्रिश्चियन एस्ट्रोसी ने कहा कि नीस कीमत चुका रहा है और दोबारा मजहबी कट्टरता का शिकार हुआ है। नीस में चार जुलाई, 2016 को चर्च के समीप ट्रक से लोगों को रौंद दिया गया था।