वैक्‍सीन के लिए ऑक्‍सफोर्ड-एस्‍ट्राजेनेका के साथ थाइलैंड का समझौता

Vaccine In Thailand दुनिया भर में नॉवेल कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी से तमाम देशों में संकट जारी है। इससे बचाव के लिए ऑक्‍सफोर्ड एस्‍ट्राजेनेका की वैक्‍सीन के लिए फिलिपींस थाईलैंड एग्रीमेंट के अंतिम कगार पर हैं।

By Monika MinalEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 05:20 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 05:20 PM (IST)
वैक्‍सीन के लिए ऑक्‍सफोर्ड-एस्‍ट्राजेनेका के साथ थाइलैंड का समझौता
एस्‍ट्राजेनेका वैक्‍सीन के लिए एग्रीमेंट पर हस्‍ताक्षर करेगा थाइलैंड

बैंकॉक, रॉयटर्स। कोविड-19 की महामारी से बचने के लिए वैक्‍सीन की राह देख रहे थाइलैंड का इंतजार अब खत्‍म हो जाएगा। इस सप्‍ताह एस्‍ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्‍सीन के लिए थाइलैंड ऑक्‍सफोर्ड यूनिविर्सिटी के साथ एग्रीमेंट करने वाला है। यह जानकारी यहां के प्रधानमंत्री ने गुरुवार को दी।

देश के प्रधानमंत्री ने फेसबुक के मंच पर वीडियो पोस्‍ट कर इसका विवरण दिया। शुक्रवार को नेशनल वैक्‍सीन इंस्‍टीट्यूट एंड वैक्‍सीन डेवलपर एस्‍ट्राजेनेका के बीच कंट्रैक्‍ट पर हस्‍ताक्षर किया जाएगा। इस डील के तहत वैक्‍सीन के 26 मिलियन डोज का सौदा किया जाना है जो 13 मिलियन लोगों के लिए काफी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया में संक्रमण के कारण काफी खराब हालात हैं। इस महामारी के कारण हर दिन बड़ी संख्‍या में लोगों की मौत हो रही है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (World Health Organisation) की ओर से कोरोना संक्रमण के तीसरी लहर की भी चेतावनी दी गई है। अनेकों यूरोपीय देशों में लॉकडाउन है। 

प्रधानमंत्री ने  बताया कि सभी पार्टियों से सहयोग और उनकी सरकार द्वारा रिसोर्सेज के  प्रबंधन से अनियंत्रित कोविड-19 हालात को काबू में कर लिया और अब हम इसी प्रबंधन के अगले चरण की तैयारी कर रहे हैं ताकि हमारे देश की अर्थव्‍यवस्‍था व जनता को अधिक नुकसान का सामना न करना पड़े। प्रधानमंत्री ने कहा, 'कोविड महामारी के संकट से लंबे समय तक बचाव के लिए एकमात्र उपाय वैक्‍सीन और लोगों के बीच इसका वितरण है।'  

प्रधानमंत्री ने कहा, 'कल (शुक्रवार) को हम वैक्‍सीन की खरीद को लेकर एग्रीमेंट पर हस्‍ताक्षर करेंगे।' इसके साथ ही उन्‍होंने उम्‍मीद जताई कि अगले साल के मध्‍य तक वैक्‍सीन इस्‍तेमाल के लिए तैयार हो जाएगी। हाल में ही ऑक्‍सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने अपनी वैक्‍सीन के लिए दावा किया है कि यह कोरोना से बचाव में 90 फीसद तक प्रभावी है। बता दें कि यूनिवर्सिटी की वैक्‍सीन को विकसित करने का काम एस्‍ट्राजेनेका (Astrazeneca) की टीम कर रही है। 

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