तालिबान ने कब्जाए इलाकों में खेला मौत का खूनी खेल, लोगों को खड़ा कर कई को गोलियों से भूना, बच्चों को भी नहीं छोड़ा
अफगानिस्तान में 50 फीसद से अधिक इलाके पर कब्जा जमा चुके तालिबान की क्रूर हरकतें फिर से सामने आने लगी हैं। अपने कब्जे वाले इलाके में तालिबान ने पूराने नियम लागू कर दिए हैं। कुछ इलाकों में कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया है।
काबुल (आइएएनएस)। अफगानिस्तान तालिबान कितना क्रूर इसको वहां के लोग बखूबी जानते हैं। जब से अमेरिका ने यहां से जाने की बात कही गई है तब से तालिबान के कदम बड़ी तेजी से अफगानिस्तान में आगे की तरफ बढ़ रहे हैं। देश के 50 फीसद से अधिक इलाके पर उसने कब्जा कर लिया है। जिन इलाकों पर उसका कब्जा हुआ है वहां पर तालिबान ने अफगान सरकार और सेना के जासूसों के शक में कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया है।
एक मानवाधिकार संगठन द्वारा इस मामले का उठाने के बाद इसकी जांच अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आइसीसी) शुरू कर दी है। तालिबान ने कंधार प्रांत के स्पिन बोल्डक शहर में कई निर्दोषों की हत्या कर दी है। जानकारी के मुताबिक तालिबान ने इस इलाके पर कब्जा कर यहां के लोगों को पहले हिरासत में लिया और फिर सभी को गोली मार दी। तालिबान ने यहां पर बच्चों को भी नहीं छोड़ा है।
ह्यूमन राइट वाच के मुताबिक कई लोगों का सिर भी धड़ से अलग कर दिया गया है। गोलियों से उड़ा नागरिकों, महिलाओं और बच्चों की हत्या की है। यहां प्रांतीय अधिकारियों के रिश्तेदार, सेना और पुलिस के कर्मचारियों को पहले हिरासत में लिया, फिर गोली से उड़ा दिया। कुछ स्थानों पर तो सिर कलम करने की घटनाएं सामने आई हैं।
ह्यूमन राइट वाच की एसोसिएट डायरेक्टर, एशिया पेट्रीशिया गोसमैन का कहना है कि यहां पर तालिबान ने 300 लोगों को हिरासत में लिया। कुछ को अज्ञात ठिकाने पर भी ले जाया गया है। संगठन ने इन लोगों की भी हत्या होने का अंदेशा जताया है। हालांकि तालिबान ने इस तरह की किसी भी घटना से साफ इनकार किया है। वहीं जमीनी हकीकत पूरी तरह से तालिबान की कहानी बयां कर रही है।
अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आइसीसी) ने अपनी जांच शुरू कर दी है। ह्यूमन राइट वाच का कहना है कि वो तालिबान को उसके किए की सजा दिलवाना चाहता है। एएनआई ने बताया कि तालिबान ने इलाकों पर कब्जे के बाद अपना गंदा खूनी खेल फिर शुरू कर दिया है। महिलाओं के साथ तालिबान के आतंकी जबरन शादी रचा रहे हैं। मर्दों के लिए नया फरमान जारी किया गया है।
कई इलाकों में 2001 से पहले उनके बनाए जो नियम लागू थे उन्हें दोबारा से लागू किया गया है। ये सब कुछ तब है कि जब दो दिन पहले ही तालिबाना ने कहा था कि वो अपने कब्जे वाले इलाके में पहले के मुकाबले ज्यादा उदारवादी रुख अपनाएगा।